नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते सोमवार को स्पष्ट किया कि भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण का समर्थन करती है और पार्टी हमेशा उनके लिए अपनी रक्षक की भूमिका निभाएगी।
असम के गुवाहाटी में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए गृह मंत्री शाह ने कहा कि कांग्रेस इस संबंध में गलत सूचना फैला रही है और लोगों को भाजपा के प्रति भ्रमित करने का काम कर रही है।
अमित शाह ने कहा, “कांग्रेस इस संबंध में भ्रामक सूचनाएं फैला रही है कि भाजपा 400 सीटें पार करने के बाद आरक्षण समाप्त कर देगी। ये दावे पूरी तरह से निराधार हैं। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण का समर्थन करती है और उनके लिए हमेशा एक संरक्षक के रूप में अपनी भूमिका निभाएगी।''
शाह ने जनता दल (सेक्युलर) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े अश्लील वीडियो मामले पर भी विस्तार से बात की और कहा कि भाजपा और जेडीएस दोनों गही मामले में गंभीर जांच के पक्ष में हैं।
उन्होंने कहा, "इस विवाद में भाजपा का रुख स्पष्ट है कि हम देश की मातृ शक्ति के साथ खड़े हैं। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि वहां किसकी सरकार है? सरकार कांग्रेस पार्टी की है। उन्होंने अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? हम इस पर कार्रवाई नहीं कर सकते हैं क्योंकि यह विवाद राज्य की कानून-व्यवस्था का मुद्दा है। राज्य सरकार को इस पर कार्रवाई करनी है। हम जांच के पक्ष में हैं और जेडीएस ने भी घोषणा की है उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आज उनकी कोर कमेटी की बैठक कर रहे”
रेवन्ना के वीडियो मामले के साथ अमित शाह ने अपने छेड़छाड़ किए गए वीडियो को लेकर कांग्रेस पर जबरदस्त हमला किया। शाह ने कहा, “कांग्रेस की हताशा इस स्तर तक पहुंच गई कि उन्होंने मेरे और कई अन्य भाजपा नेताओं के फर्जी वीडियो फैलाए हैं। इस फर्जी वीडियो को आगे बढ़ाने का काम कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों, प्रदेश अध्यक्षों और अन्य लोगों ने किया है। आज कांग्रेस पार्टी के एक बड़े नेता पर आपराधिक मामला चल रहा है। यह कार्रवाई उनकी हताशा और निराशा का संकेत है।”
उन्होंने कहा, “जब से राहुल गांधी ने कांग्रेस की कमान संभाली है, वह राजनीति के स्तर को नए निचले स्तर पर ले जाने के लिए काम कर रहे हैं। मेरा मानना है कि फर्जी वीडियो प्रसारित करके जनता का समर्थन हासिल करने का प्रयास निंदनीय है और किसी को भी ऐसा नहीं करना चाहिए।”