नवरात्र के शुरुआत में ही घट स्थापना की जाती है। घट स्थापना के बाद नौ दिनों तक अखंड ज्योत जलाई जाती है जो इस दौरान बुझनी नहीं चाहिए। इसकी विधि विधान से पूजा की जाती है। घट स्थापना के बाद ही भक्त उपवास का प्रण करता है और उपवास रखता है। घट स्थापना का शुभ मुहूर्त 25 मार्च, बुधवार सुबह 6 बजकर 19 मिनट से 7 बजकर 17 मिनट तक