19 जून 2015 को राष्ट्रपति के पास एक याचिका दायर की गई जिसमें आम आदमी पार्टी के विधायकों के 'ऑफिस ऑफ प्रॉफिट' का मामला उठाया गया। इसी के आधार पर इलेक्शन कमीशन ने जांच की और आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी गई। राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को क्लीन बोल्ड करने वाले शख्स का नाम है प्रशांत पटेल उमराव। लोकमत न्यूज ने प्रशांत से कई मुद्दों पर खास बातचीत की। जैसे- ऑफिस ऑफ प्रॉफिट का विचार कहां से मिला?, प्रशांत पटेल किस राजनीतिक पार्टी से जुड़े हुए हैं? अन्य राज्यों में भी विधायक लाभ के पद पर हैं। क्या उनकी सदस्यता रद्द करने के लिए भी गुहार लगाएंगे?, ऑफिस ऑफ प्रॉफिट होता क्या है? संविधान में इसका प्रावधान क्यों किया गया?