संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के एक साल के बाद भी ये सवाल सबसे बड़ा है कि क्या कश्मीर में तिरंगा फहराना अपराध है? खासकर श्रीनगर के उस लाल चौक में जहां साल 1992 से इसे फहराने की लगातार कोशिशें की जाती रही हैं। आज यानी 26 अक्टूबर को कश्मीर पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को तिरंगा फहराने की कोशिश से रोक इस सवाल को फिर से उस समय खड़ा कर दिया है जबकि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के तिरंगे पर दिए बयान के बाद मचे बवाल के दौर से कश्मीर गुजर रहा है।