नई दिल्ली: अमेरिकी एजेंसियों द्वारा प्रतिंबंधित किए जाने पर एमडीएच ने सफाई देते हुए कहा कि कैंसर पैदा करने वाला कीटनाशक होने की बात निराधार है और इसमें बिल्कुल भी सच नहीं है। कंपनी ने कहा कि इसमें किसी भी ठोस सबूत का अभाव लगता है।
मसाला निर्माता का यह बयान हांगकांग और सिंगापुर द्वारा अपने-अपने देशों में 2 भारतीय मसाला ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के कुछ दिनों बाद आया है। इसमें दावा किया गया था कि उन्होंने कई मसाला मिश्रणों में कार्सिनोजेनिक कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड की उपस्थिति पाई है।
एमडीएच ने 27 अप्रैल को एक बयान में कहा, "हमारे उत्पादों में एथिलीन ऑक्साइड की मौजूदगी का आरोप असत्य है और इसमें कोई ठोस सबूत नहीं है। इसके अलावा, एमडीएच को सिंगापुर या हांगकांग के नियामक अधिकारियों से कोई संचार नहीं मिला है। यह इस तथ्य को पुष्ट करता है कि एमडीएच के खिलाफ आरोप निराधार, निराधार हैं और किसी भी ठोस सबूत द्वारा समर्थित नहीं हैं"।
कंपनी ने इस नोट में ये भी बताया कि अपने खरीदारों और उपभोक्ताओं को आश्वस्त करते हैं कि हम अपने मसालों के भंडारण, प्रसंस्करण या पैकिंग के किसी भी चरण में एथिलीन ऑक्साइड (ईटीओ) का उपयोग नहीं करते हैं। कंपनी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों का पालन करती है।
एमडीएच के मुताबिक, "एमडीएच टैगलाइन, असली मसाला सच सच, एमडीएच एमडीएच' और 'रियल स्पाइसेज ऑफ इंडिया' ग्राहकों को प्रामाणिक, उच्च गुणवत्ता वाले मसाले उपलब्ध कराने के लिए हमारी वास्तविक प्रतिबद्धता को दर्शाती है।"
मसाला निर्माता एमडीएच और एवरेस्ट अब अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की जांच के दायरे में हैं, क्योंकि हांगकांग ने कथित तौर पर कैंसर पैदा करने वाले कीटनाशकों की उच्च मात्रा होने के कारण उनके कुछ उत्पादों की बिक्री रोक दी थी। एफडीए के एक प्रवक्ता ने रॉयटर्स से कहा, "एफडीए रिपोर्टों से अवगत है और स्थिति के बारे में अतिरिक्त जानकारी इकट्ठा कर रहा है।"