यूक्रेन सोवियत संघ के विघटन के बाद 1991 में रूस से अलग हुआ था। यूक्रेन के हालांकि बाद के वर्षों में NATO से जुड़ने की कोशिश से रूस असहमति दिखाता रहा है। रूस को लगता है कि यूक्रेन NATO से जुड़ने से उसकी सुरक्षा हमेशा खतरे में रहगी। रूस का मानना है कि अमेरिका सहित नाटो के अन्य सदस्य देशों की सेनाएं उसकी सीमा के बेहद करीब आ जाएंगी और वह एक तरह से चारों ओर से घिर जाएगा। इसी के खिलाफ रूस कदम उठाने की बात कर रहा है और यूक्रेन पर कार्रवाई की बात कर रहा है। Read More
संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद, महासभा और मानव अधिकार परिषद में रूस के खिलाफ जब भी कोई प्रस्ताव रखा गया तो ज्यादातर सदस्यों ने उसका डटकर समर्थन किया। बहुत कम राष्ट्रों ने उसका विरोध किया लेकिन भारत हर प्रस्ताव पर तटस्थ रहा। ...
Russia News: रूसी सेना द्वारा एक यूक्रेनी स्कूल पर बमबारी होने से 60 लोगों की जान चली गई है। बताया जा रहा है कि इस स्कूल के तहखाने में करीब 90 लोग छुपे हुए थे। ...
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की पत्नी जिल बाइडन रविवार को अचानक यूक्रेन पहुंची और राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की की पत्नी ओलेना जेलेंस्की से मुलाकात की। ...
भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन में नीदरलैंड के राजदूत से कहा कि कृपया हमें राजदूत का संरक्षण न दें। हम जानते हैं कि क्या करना है। ...
रूसी रक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा कि उसकी मिसाइलों ने यूक्रेन के मध्य किरोवोह्रद क्षेत्र में कानातोवो हवाई क्षेत्र में विमानन उपकरण और दक्षिणी शहर मायकोलाइव में एक बड़े गोला बारूद डिपो को नष्ट कर दिया। ...