यूक्रेन सोवियत संघ के विघटन के बाद 1991 में रूस से अलग हुआ था। यूक्रेन के हालांकि बाद के वर्षों में NATO से जुड़ने की कोशिश से रूस असहमति दिखाता रहा है। रूस को लगता है कि यूक्रेन NATO से जुड़ने से उसकी सुरक्षा हमेशा खतरे में रहगी। रूस का मानना है कि अमेरिका सहित नाटो के अन्य सदस्य देशों की सेनाएं उसकी सीमा के बेहद करीब आ जाएंगी और वह एक तरह से चारों ओर से घिर जाएगा। इसी के खिलाफ रूस कदम उठाने की बात कर रहा है और यूक्रेन पर कार्रवाई की बात कर रहा है। Read More
रूस ने यूक्रेन के दक्षिणी क्षेत्र खेरसॉन इलाके में रविवार को जबरदस्त गोलाबारी की, जिसमें 22 दिन के शिशु सहित कुल सात लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा इस भीषण हमले में कम से कम 22 घायल हो गए हैं। ...
चीन से जारी तनाव के बीच भारतीय सेना के लिए ऐसे हल्के टैंकों की जरूरत महसूस की गई थी जो पहाड़ी इलाकों में आसानी से तैनात किए जा सकें। लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण ज़ोरावर लाइट टैंक को बनाने में लगने वाले कलपुर्जों और उपकरणों की आपूर्ति में बाधा आ र ...
रूस के इस हमले को हाल ही में किए गए यूक्रेनी ड्रोन हमलों का जवाब माना जा रहा है। यूक्रेन ने हाल ही में सी-ड्रोन से रूस से क्रीमीया को जोड़ने वाले अहम क्रेच ब्रिज पर हमला किया था। रूस ने पूर्वी यूक्रेन के शहर पोक्रोव्स्क पर ताबड़तोड़ मिसाइलें दागी हैं ...
इस ताजा हमले पर यूक्रेन की तरफ से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। हालांकि बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेनी सुरक्षा सेवा के एक सूत्र ने बताया है कि हमले में एक समुद्री ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। ...
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नोवोरोसिस्क बंदरगाह ने हमले के बाद जहाजों की किसी भी आवाजाही को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। बता दें कि समुद्री ड्रोन छोटे, मानवरहित जहाज़ होते हैं जो पानी की सतह पर या उसके नीचे काम करते हैं। ...
यूक्रेन के आंतरिक मंत्री इहोर क्लिमेंको ने कहा कि केंद्रीय शहर क्रिवी रिह पर गिरी दो मिसाइलों में से एक ने चौथी और नौवीं मंजिल के बीच एक अपार्टमेंट इमारत के हिस्से को नष्ट कर दिया। मृतकों में एक 10 साल की एक लड़की और उसकी मां भी शामिल हैं। ...
जंग की खबरों के बीच राहत पहुंचाने वाले कुछ संकेत भी इस सप्ताह मिले हैं. अगस्त के पहले सप्ताह में सऊदी अरब की पहल पर एक शांतिवार्ता होने जा रही है. इसमें भारत की भूमिका अहम हो सकती है. ...
मेदवेदेव ने कहा है कि अगर नाटो द्वारा समर्थित आक्रामण सफल रहा और उन्होंने हमारी भूमि का एक हिस्सा तोड़ दिया तो हमें परमाणु हथियार का उपयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। मेदवेदेव ने कहा कि कोई अन्य विकल्प ही नहीं होगा। ...