डॉ. प्रमोद सावंत दूसरी बार गोवा का सीएम बन रहे हैं। इनका जन्म 24 अप्रैल 1973 को गोवा में हुथा था। सावंत का राजनीतिक करियर कोल्हापुर से ही शुरू हुआ था, जब वे यहां मेडिकल शिक्षा ले रहे थे। सावंत ने 1992 में जनरल सेक्रेटरी पद पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। सावंत (48) उत्तर गोवा जिले की सांखली सीट से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। भाजपा ने साल 2017 में जब मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में राज्य में सरकार बनाई थी तब सावंत को विधानसभा का अध्यक्ष बनाया गया था। हालांकि, मार्च 2019 में पर्रिकर के निधन के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया गया। आयुर्वेद चिकित्सक सावंत ने अपनी यात्रा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सदस्य बनकर आरंभ की और वह मुख्यमंत्री रहते हुए भी संघ के वार्षिक संचालन कार्यक्रम में भाग लेते रहे हैं। सावंत की राजनीतिक यात्रा वर्ष 2007 में आरंभ हुई जब भाजपा ने उन्हें सांखली (उस समय पाले) सीट से टिकट दिया। लेकिन उस चुनाव में उन्हें कांग्रेस के प्रत्याशी प्रताप गौंस से पराजय का सामना करना पड़ा। हालांकि, साल 2012 और 2017 के चुनाव में उन्हें जीत मिली। सावंत के कार्यकाल के दौरान कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत हुई और उनकी सरकार को राज्य के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत के चलते आलोचना का सामना करना पड़ा। सावंत की पत्नी सुलक्षणा भी भाजपा की सक्रिय सदस्य हैं और राज्य में पार्टी की महिला विंग में प्रमुख पदाधिकारी हैं। Read More
दरअसल, घटना बीते रविवार की है, जब जतिन शर्मा नाम के शख्स के ऊपर कुछ हमलावरों ने तलवार और चाकुओं से हमला कर दिया। पीड़ित शख्स ने खुद इंस्टाग्राम के जरिए अपनी आपबीती सुनाई है। इस दर्दनाक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। ...
उत्तरी गोवा के तलेगांव में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए प्रमोद सावंत ने कहा कि भविष्य में सरकारी नौकरी की तलाश करने वालों के लिए एक साल का कार्य अनुभव अनिवार्य कर दिया जाएगा। ...
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि गोवा पुलिस ने 20 से ज्यादा बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है, जो गोवा में अवैध कारोबार करते थे और बिना किसी सत्यापित दस्तावेज के रह रहे थे। ...
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा तथा गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने की संभावना है। भाजपा इस साल हुए गोवा विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में सत्ता में फिर लौटी थी। ...
दिगंबर कामत की टिप्पणी तब सामने आई जब उन्हें इस साल की शुरुआत में गोवा विधानसभा चुनाव से पहले एक मंदिर और एक चर्च में कांग्रेस उम्मीदवारों द्वारा ली गई वफादारी की प्रतिज्ञा के बारे में याद दिलाया गया। ...