नवरात्रि यानी 'नौ-रात'। हिन्दू धर्म में ये त्योहार वर्ष में चार बार आता है-चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ। चैत्र में चैत्र नवरात्रि और अश्विन में इस पर्व को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इन दो नवरात्रि से ठीक पहले गुप्त नवरात्रि आते हैं, जिन्हें गुप्त एवं तांत्रिक साधनाओं के लिए जाना जाता है। लेकिन हिन्दू परिवारों में चैत्र और शारदीय नवरात्रि का महत्व है और इसे ही विशेष रूप से मनाया जाता है। Read More
शक्ति, भक्ति, आस्था और उपासना का प्रतीक नवरात्रि का त्योहार आज से आरंभ हो रहा है। नवरात्रि स्थापना के साथ अधिकांश घरों में मातामह श्राद्ध किया जायेगा। नवरात्रि का पर्व देवी शक्ति मां दुर्गा की उपासना का उत्सव है। ...
देवियों की पूजा हमारे देश में सदियों से होती चली आ रही है. इन देवियों को शिवशिक्त कहा जाता है क्योंकि इन्हें ईश्वर से सभी शक्तियां प्राप्त थीं. इन शक्तियों को प्राप्त करने के लिए उन्होंने अपने भीतर के सभी दुर्गुणों पर विजय पाई. ...
शारदीय नवरात्र का प्रारम्भ आज शनिवार 17 अक्टूबर को हो चुका है। पुरुषोत्तम मास की वजह से पितृ-विसर्जन अमावस्या के एक माह बाद नवरात्र प्रारम्भ हो सकी है। ...
शारदीय नवरात्र आज शनिवार से शुरू हो चुका है। इस नवरात्र का विशेष महत्व है। मान्यताओं के अनुसार नवरात्र शुरू होते ही आज के दिन मां दुर्गा का आगमन स्वर्ग से धरती पर हो चुका है। ...
नवरात्र 2020 का आरंभ 17 अक्टूबर से होने जा रहा है। जबकि आमतौर पर पितृपक्ष के समाप्त होते ही अगले दिन से नवरात्र का आरंभ हो जाता है। लेकिन अबकी बार मलमास ने पितृपक्ष और नवरात्र के बीच एक महीने का अंतर आ गया है। ...
नवरात्र पर किया गया पूजा-पाठ मनोवांछित फल की प्राप्ति कराने वाला होता है। बस, आवश्यकता है शुद्ध आचार-व्यवहार, सही विधि और पूजा हेतु सही स्थान के चयन करने की। नवरात्र में किए गए कार्य भी शुभ फलदाई होते हैं। ...