2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्मे मोहनदास करमचन्द गांधी को दुनिया महात्मा गांधी के नाम से जानती है। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सबसे अहम भूमिका निभाई थी। वे सत्य और अहिंसावादी थे। उन्होंने 200 सालों की अंग्रेजी हुकुमत को अहिंसावादी अंदोलनों से उखाड़ फेंका। इसमें स्वदेशी अंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, नमक सत्याग्रह जैसे प्रमुख आंदोलन हैं। आजादी के वक्त वह भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के खिलाफ थे। आजादी के बाद 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। Read More
यह जानकारी सरकार की ओर से जारी बयान में दी गई। ई-नीलामी से प्राप्त हुई धनराशि ‘नमामि गंगे’ मिशन को दान की जाएगी। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले कुल 2,772 उपहारों की बिक्री के लिए 14 सितंबर से इस ई-नीलामी का आयोजन किया ...
तुषार गांधी ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में कहा कि आज जब बापू की हत्या के संरक्षक को 'भारत रत्न' देने पर विचार हो रहा है, उनकी हत्या के पीछे के असल मकसद और साजिश को समझा जाए। ...
प्रज्ञा ने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘(महात्मा) गांधीजी राष्ट्रपुत्र हैं। गांधीजी इस धरा के सपूत हैं। राम इस धरा के पुत्र हैं। महाराणा प्रताप, शिवाजी महाराज इस धरा के पुत्र हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश के लिए जिसने सराहनीय कार्य किया है, न ...
राम की मूर्ति बाबरी मस्जिद वाली जगह पर पहले से मौजूद थी या फिर कोई और इसे रातों-रात रख गया, इसे लेकर भी बहस होती है। इन सभी के बीच महात्मा गांधी के अयोध्या यात्रा से जुड़े विवरणों का जिक्र 'गांधी वाड्मय' किताब में किया गया है। ...
गांधीनगर के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने बताया, ‘‘ स्व वित्तपोषित स्कूलों के एक समूह ने और अनुदान प्राप्त करने वाले स्कूलों ने ये दोनों प्रश्न शनिवार को हुई अपनी आंतरिक परीक्षाओं में शामिल किया था। ये प्रश्न बहुत आपत्तिजनक हैं और हमने इसकी जांच शुरू ...
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और उनकी विरासत का जश्न मनाए जाने के लिए अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में एक प्रस्ताव पेश किया। ...
दो अक्तूबर के दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती से संबंधित पहलुओं को जिस तरह मीडिया ने पूरी जिम्मेदारी से निबाहा वह वाकई प्रशंसनीय है. ...