एक ईमानदार और कुशल सरकार के लिए एक स्वतंत्र और पेशेवर मीडिया आवश्यक है। क्योंकि एक वास्तविक उच्च-गुणवत्ता वाला मीडिया, सत्ता में किसे आना चाहिए यह निर्णय लेने के लिए नागरिकों को जानकारी प्रदान करता है और सत्तासीन लोगों को जवाबदेह ठहराता है। ...
विद्वानों की मानें तो पश्चिम में पत्रकारिता जरूर आधुनिक विधा के रूप में सामने आई, लेकिन हिंदी में शुरू से ही मसिजीविता उसका अभिन्न अंग रही। इसलिए एक वक्त हिंदी पत्र-पत्रिकाओं के प्रायः सारे संपादक या तो साहित्यकार हुआ करते थे या फिर हिंदी भाषा के बड़ ...
तारेक फतह का जन्म कराची में 1949 में हुआ था। 1987 में वह कनाडा चले गए। उन्हें अपनी रिपोर्टिंग के लिए कई अवार्ड मिले थे। अक्सर इस्लामिक कट्टरपंथियों की आलोचना के कारण सुर्खियों में रहने वाले तारेक फतेह को कई बार जान से मारने की धमकी भी मिली थी। ...
पुलिस कस्टडी में स्वास्थ्य जांच के लिए शनिवार देर रात प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल ले जाते समय माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मेडिकल कॉलेज के पास मीडिया कर्मी बनकर आए तीन बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमलावरों ने खुद को पत्रका ...
राष्ट्रीय राजनीति हो या विदेश नीति, न्याय व्यवस्था हो या सुरक्षा व्यवस्था, मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई का मुद्दा हो या भ्रष्टाचारियों के खिलाफ- हर मुद्दे पर वे बेबाकी के साथ अपने विचार रखते थे। कई बार तो उनके शब्द इतने तीखे हो जाते थे कि उन्हें सौम ...
वेद प्रताप वैदिक के निजी सहायक मोहन ने बताया कि वैदिक सुबह गुड़गांव स्थित अपने घर में करीब साढ़े नौ बजे के आसपास शौचालय गए थे और वह वहीं बेहोश हो गए। शौचालय का दरवाजा तोड़ कर उन्हें बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मृत्यु हो गई। ...