गुरू तेग बहादुर सिखों के नौवें गुरु थे। उनका जन्म 1 अप्रैल, 1621 में हुआ था। उन्होंने गुरु नानक के बताए गए मार्ग का अनुसरण किया, जोकि सिखों के प्रथम गुरु थे। 1675 में मुगल शासक औरंगजेब ने गुरू तेग बहादुर को इस्लाम कबूल करने का फरमान सुनाया था। ऐसा करने से उन्होंने मना कर दिया था, जिसके बाद औरंगजेब ने उनका सिर कलम करवा दिया था। Read More
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सैकड़ों काल की गुलामी से मुक्ति को, भारत की आजादी को, भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक यात्रा से अलग करके नहीं देखा जा सकता। इसलिए आज देश आजादी के अमृत महोत्सव को और गुरु तेग बहादुर साहिब के 400वें प्रकाश पर्व को ए ...
गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व कार्यक्रम का आयोजन आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के तहत आयोजित किया जा रहा है। सूर्यास्त के बाद लाल किले से संबोधित करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष सिक्का और डाक टिकट जारी करेंगे। 400 रागी (सिख संगीतकार) ‘‘शबद कीर्तन’’ करेंगे। 11 मुख्यमंत्री और देश के प्रमुख सिख नेता शामिल होंगे। ...
सिखों के गुरु श्री गुरु तेगबहादुर की आज जयंती है। ऐसे में 400वां प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है। गुरु तेग बहादुर जी ने अपने जीवन काल में कुल 59 शब्द तथा 57 श्लोकों की रचना की थी। ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह अचानक दिल्ली में गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब पहुंचे। आज गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस है। इसी मौके पर पीएम मत्था टेकने पहुंचे थे। ...
इसी दिन सिखों के दसवें गुरुगुरुगोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. प्रकृति का नियम है जब किसी जुल्म, अत्याचार, अन्याय की पराकाष्ठा होती है तो उसे हल करने के लिए कोई कारण भी बन जाता है. जब मुगल शासक औरंगजेब द्वारा अत्याचार, अन्याय की हर सीमा ...