सिख गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्वः सूर्यास्त के बाद देश को संबोधित करेंगे पीएम मोदी, जानें पूरा मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 19, 2022 08:39 PM2022-04-19T20:39:31+5:302022-04-19T20:41:10+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष सिक्का और डाक टिकट जारी करेंगे। 400 रागी (सिख संगीतकार) ‘‘शबद कीर्तन’’ करेंगे। 11 मुख्यमंत्री और देश के प्रमुख सिख नेता शामिल होंगे।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिख गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व के अवसर पर बृहस्पतिवार को लाल किले से देश को संबोधित करेंगे। यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री मुगलकालीन स्मारक से सूर्यास्त के बाद देश को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर के बजाए लॉन से अपना संबोधन देंगे।
संस्कृति मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि किले को आयोजन स्थल के रूप में इसलिए चुना गया है क्योंकि यहीं से 1675 में मुगल शासक औरंगजेब ने सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर की जान लेने का आदेश दिया था। अधिकारियों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी रात में साढ़े नौ बजे देश को संबोधित करेंगे और उनके भाषण में विभिन्न धर्मों और समुदायों के बीच सौहार्द पर जोर रहेगा।
इस मौके पर 400 सिख संगीतकार ‘‘शबद कीर्तन’’ करेंगे और लंगर का भी आयोजन होगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी एक विशेष सिक्का और डाक टिकट भी जारी करेंगे। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे और इसमें अन्य राज्यों के 11 मुख्यमंत्री और देश के प्रमुख सिख नेता शामिल होंगे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी एक विशेष सिक्का और डाक टिकट भी जारी करेंगे। मंत्रालय ने कहा कि इस मौके पर 400 रागी (सिख संगीतकार) ‘‘शबद कीर्तन’’ करेंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति मंत्रालय द्वारा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से किया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि इस कार्यक्रम में कई राज्यों के मुख्यमंत्री और देश व दुनिया की कई नामचीन हस्तियां शामिल होंगी।
केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि सिख गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व के मौके पर इस कार्यक्रम का आयोजन ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के तहत किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘धार्मिक आस्थाओं की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए गुरु तेग बहादुर मुगलों के अत्याचारों के खिलाफ खड़े हुए। वह सिखों और हिंदुओं खासतौर पर कश्मीरी पंडितों के अधिकारों के लिए लड़े ताकि वे धर्मांतरण का विरोध कर अपनी आस्थाओं का पालन कर सकें।’’
रेड्डी ने कहा, ‘‘मैंने व्यक्तिगत तौर पर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को और अमृतसर के हरमिंदर साहिब, पटना साहिब तथा देश भर के प्रमुख गुरुद्वारों की हस्तियों को आमंत्रित किया है।’’ गौरतलब है कि समारोह के पहले दिन 20 अप्रैल को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह इसमें शामिल होंगे और लाल किले में मल्टीमीडिया शो ‘द लाइफ एंड सैक्रिफाइस ऑफ श्री गुरु तेग बहादुर जी’ का भी उद्घाटन करेंगे।