आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन गुरु का पूजन किया जाता है। समूचे भारतवर्ष में गुरु पूर्णिमा बड़ी श्रद्वा भक्ति से मनाई जाती है। सभी शिष्य अपने-अपने गुरु का पूजन करते हैं। चारों वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अर्थवेद के प्रथम प्रख्याता व पराशर ऋषि के पुत्र कृष्ण द्वैपायन का पूजन विशेष रूप से किया जाता है। वेदों का ज्ञान हमें व्यासजी से प्राप्त हुआ है, इसलिए वही आदिगुरु है। व्यासजी की स्मृति बनाए रखने के लिए हमें अपने अपने गुरु को व्यास जी का अंश मानकर श्रद्वा भक्ति से उनका पूजन करना चाहिए। Read More
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में गोवर्धन में लगने वाला ‘मुड़िया पूर्णिमा’ मेला इस बार पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ता हुआ नजर आ रहा है। राज्य परिवहन निगम की डेढ़ हजार बसों के अलावा अन्य राज्यों की बसों, रेलगाड़ियों तथा निजी वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं का तांता ...
Guru Purnima 2019 (गुरु पूर्णिमा कोट्स, इमेज , फोटोज): 16 जुलाई, दिन मंगलवार को गुरु पूर्णिमा है। धार्मिक दृष्टि से यह पर्व महर्षि वेद व्यास के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है परंतु इस पर्व की महत्ता को समझने वाले इसे शिक्षक दिवस के रूप में भी मन ...
इस बार गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लग रहा है। चंद्रग्रहण मंगलवार, 16 जुलाई को मध्यरात्रि उपरांत लग रहा है। चंद्रग्रहण का सूतक 9 घंटे पूर्व लग जाता है। ...
भारतीय परंपरा में गुरु -शिष्य परंपरा हजारों वर्ष पुरानी रही है तथा इसी परंपरा में चंद्रग्रहण मंगलवार, 16 जुलाई को मध्यरात्रि उपरांत लग रहा है. सूतक को लेकर शंका-कुशंकाएं बनी हुई हैं कि- सूतक में गुरु -शिष्य परंपराओं का निर्वाह कैसे हो? पूजा कैसे हो ? ...
गुरु पूर्णिमा हर साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार 16 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पड़ रहा है। प्राचीन काल में इस दिन शिष्य श्रद्धा से अपने गुरु की पूजा करते थे। ...
चंद्र ग्रहण 16 व 17 जुलाई की मध्य रात्रि के बाद शुरू होगा। भारत में चंद्रग्रहण का स्पर्श 16 जुलाई की देर रात 1.31 बजे शुरू होगा और इसका मध्य तीन बजे होगा। ...