भारत में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण में दो टीकों में एक कोविशील्ड भी है। कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका ने मिलकर बनाया है। भारत में इस टीके को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाया गया है। यह वैक्सीन आम सर्दी-जुकाम वाले वायरस के एक कमजोर रूप से बनी है। जब वैक्सीन लगती है तो वह इम्युन सिस्टम को किसी कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करती है। यह वैक्सीन दो डोज में चार और 12 हफ्तों के अंतराल पर लगती है। इसे भी 2 डिग्री से 8 डिग्री के बीच स्टोर किया जा सकता है। Read More
Dr Ravi Godse Latest Video on Covid Vaccine Booster Dose। हाल में केंद्र सरकार ने 18 से ज्यादा उम्र के सभी लोगों के लिए कोविड वैक्सीन के बूस्टर डोज को मंजूरी दे दी है. अब सवाल ये उठता है कि क्या कोविड के दोनों डोज लगवाने वाले लोगों को अब बूस्टर डोज ...
भारत में कोरोना के खिलाफ वैक्सीन का बूस्टर डोज आज से सभी व्यस्क लगवा सकते हैं। फिलहाल ये सुविधा प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर पर उपलब्ध होगी। इसके लिए 225 रुपये चुकाने होंगे। ...
Dr Ravi Godse Latest Video on Covid XE Variant in India।कोविड के बढ़ते केसेस को देखते हुए सरकार ने 18+ के सभी लोगों के लिए बूस्टर डोज की मंजूरी दे दी है लेकिन Dr Ravi Godse का कहना है कि COVID XE Variant का भारत पर नहीं होगा असर, देखिए उन्होंने क्या ...
केंद्र सरकार ने 13 मई 2021 को एनटीएजीआई की सिफारिशों के आधार पर कोविशील्ड टीके की पहली और दूसरी खुराक के बीच के अंतर को 6-8 सप्ताह से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह कर दिया था। ...
पुणे नगर निगम ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि नगरपालिका के अंडर में आने वाले कुल 22 निजी टीकाकरण केंद्रों और अलग-अलग अस्पतालों में पड़ी हुई कोविशील्ड वैक्सीन की 1.24 लाख डोज लगभग एक महीने के भीतर में अलग-अलग समय में एक्सपायर हो जाएंगी। ...