भारत में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण में दो टीकों में एक कोविशील्ड भी है। कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका ने मिलकर बनाया है। भारत में इस टीके को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाया गया है। यह वैक्सीन आम सर्दी-जुकाम वाले वायरस के एक कमजोर रूप से बनी है। जब वैक्सीन लगती है तो वह इम्युन सिस्टम को किसी कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करती है। यह वैक्सीन दो डोज में चार और 12 हफ्तों के अंतराल पर लगती है। इसे भी 2 डिग्री से 8 डिग्री के बीच स्टोर किया जा सकता है। Read More
सिंगापुर स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सरकार कोविड की इस नई लहर पर पास से निगरानी रख रही है। सरकार की ओर से बताया गया कि 11 मई तक दर्ज केस दोगुना हो गए हैं। ...
कंपनी ने स्वेच्छा से अपना विपणन प्राधिकरण वापस ले लिया, यह कहते हुए कि वैक्सीन का अब उत्पादन नहीं किया जा रहा है और इसका अब उपयोग नहीं किया जा सकता है। ...
प्रियंका गांधी ने कोविड वैक्सीन के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार पर जबरदस्त तरीके से घेरा है और दावा किया है कि टीका लेने वाले कई स्वस्थ युवाओं को दिल का दौरा पड़ रहा है। ...
मैनपुरी लोकसभा सीट से सपा की उम्मीदवार डिंपल यादव ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा, जब तक जांच पूरी नहीं होनी थी तब तक वैक्सीन नहीं लगनी चाहिए थी। ...
कोविशील्ड COVID-19 वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स के खुलासे के बीच इस घटना से हड़कंप मच गया है और दहशत की स्थिति पैदा हो गई है। शख्स को उस वक्त दिल का दौरा पड़ा जब वह जिम में वर्कआउट कर रहा था। ...