लाइव न्यूज़ :

Sharad Purnima 2019:जानिए कब है शरद पूर्णिमा, क्या है इसका महत्व, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: October 08, 2019 8:40 AM

पूर्णिमा तिथि हिंदू धर्म में ख़ास महत्व होता है. प्रत्येक मास की पूर्णिमा का अपना अलग महत्व है. लेकिन सभी पूर्णिमा में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है. शारदीय नवरात्रि के खत्म होने के बाद शरद पूर्णिमा आती है

Open in App
ठळक मुद्देमाना जाता है कि शरद पूर्णिमा को लक्ष्मी जी भक्तों के घर दर्शन देती हैं। इस दिन चांद को खीर दिखाकर खाने की परंपरा है।

पूर्णिमा तिथि हिंदू धर्म में ख़ास महत्व होता है. प्रत्येक मास की पूर्णिमा का अपना अलग महत्व है. लेकिन सभी पूर्णिमा में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है. शारदीय नवरात्रि के खत्म होने के बाद शरद पूर्णिमा आती है. हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा मनाई जाती है. हिन्दू  मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु के चार महीने के शयनकाल यानी चौमासे का अंतिम चरण होता है. इस साल शरद पूर्णिमा 13 अक्टूबर को है. तो चलिए इस वीडियो में आपको बताते है शरद पूर्णिमा का महत्व और पूजन विधि. 

धार्मिक मान्यातोएँ के अनुसार शरद पूर्णिमा  के दिन चांद अपनी 16 कलाओं से पूरा होकर रातभर अपनी किरणों से अमृत की वर्षा करता है. इसीलिए रात के वक़्त खुले आसमान में खीर बनाकर रखा जाता है ताकि प्रात:काल उसका सेवन कर सके. माना जाता है कि ये  खीर अमृत के समान होती है. इतना ही नहीं चांदनी में रखी यह खीर औषधी के सामान होती है और कई रोगों को ठीक कर सकती है.

पौराणिक कथाओं के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन भगवान श्री कृष्ण ने गोपियों के साथ महारास रचा था. एक मान्यता ये भी है कि माता लक्ष्मी इस दिन रात को  भ्रमण पर होती हैं और जो उन्हें जागरण करते हुए मिलता है उस पर अपनी कृपा दृष्टि बरसाती हैं.

क्या है शरद पूर्णिमा की पूजन विधि

इस दिन सुबह नहाकर व्रत का संकल्प लें. हिन्दू मान्यातओं में अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी, जलाश्य या कुंड में स्नान करना चाहिए. ऐसा करने से व्रत का लाभ और अधिक मिलता है. इस दिन भगवान शिव-पार्वती और कार्तिकेय की भी पूजा होती है. इस दिन पूर्णिमा व्रत कथा अवश्य सुननी चाहिए.

इस बार का शरद पूर्णिमा व्रत मुहूर्त 

शरद पूर्णिमा – 13 अक्टूबर 2019

पूर्णिमा तिथि आरंभ - 13 अक्टूबर को 00:38:45 सेपूर्णिमा तिथि समाप्त- 14 अक्टूबर 2019 को 02:39:58 पर 

टॅग्स :शरद पूर्णिमाशारदीय नवरात्रिनवरात्रि
Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठNavratri: रामनवमी के दिन करें मां सिद्धिदात्री की पूजा, होगी सिद्धि और मोक्ष की प्राप्ति

पूजा पाठNavratri: नवरात्र के पावन महाअष्टमी के दिन करें मां महागौरी की आराधना, मां धन-वैभव एवं सुख-शांति की अधिष्ठात्री देवी हैं, जानिए देवी मां की दिव्य कथा

पूजा पाठNavratri: मां कालरात्रि की आराधना भक्तों के लिए कवच का कार्य करती है, नवरात्र के सातवें दिन कैसे करते हैं मां की पूजा, जानिए यहां

पूजा पाठNavratri: नवरात्र के पांचवें दिन स्कंदमाता के पूजन से भगवान कार्तिकेय की पूजा स्वतः हो जाती है, जानिए स्कंदमाता की महिमा

पूजा पाठChaitra Navratri 2024 Upay: नवरात्रि में करें पान के पत्ते के ये 5 उपाय, परेशानियों का होगा अंत, घर में आएंगी खुशियां

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठब्लॉग: अपने-अपने कर्मों के लिए हम खुद ही होते हैं जिम्मेदार

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 23 May 2024: आज पूर्णिमा पर इन 3 राशियों के लिए बनेंगे धन योग, सुख-समृद्धि में होगी वृद्धि

पूजा पाठआज का पंचांग 23 मई 2024: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठVaishakha Purnima 2024: इस शुभ अवसर पर पर क्या करें और क्या न करें, जानें

पूजा पाठKurma Jayanti 2024: किस दिन हैं कूर्म जयंती, जानें तिथि और समय, कैसे करें पूजा-पाठ, क्या है महत्व