West Bengal-Odisha-Karnataka Secondary Education Board Result:पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीबीएसई) ने शुक्रवार की सुबह 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित किया जिसमें 9,69,425 विद्यार्थियों में से 86.57 प्रतिशत उत्तीर्ण हुए। डब्ल्यूबीबीएसई के अध्यक्ष रामानुज गांगुली ने यहां संवाददाताओं को बताया कि सफल परीक्षार्थियों के उच्चतम प्रतिशत वाले शीर्ष तीन जिलों में पूर्व मेदिनीपुर, कलिम्पोंग और कोलकाता शामिल हैं। शीर्ष 10 पर 66 विद्यार्थी हैं। उत्तर दिनाजपुर जिले के रायगंज कोरोनेशन हाई स्कूल के अदृत सरकार ने 696 अंक (99.43 प्रतिशत) के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। अनुभव विश्वास और सौम्य पाल 694 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। विश्वास मालदा के विवेकानंद विद्यामंदिर का छात्र है, जबकि पाल ने बांकुड़ा के विष्णुपुर हाई स्कूल से पढ़ाई की।
डब्ल्यूबीबीएसई ने कहा कि बांकुड़ा के कोतुलपुर सरोजवासिनी स्कूल की इशानी चक्रवर्ती ने 693 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। चक्रवर्ती इस साल की दसवीं की परीक्षा में बालिकाओं में शीर्ष पर रहीं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर विद्यार्थियों को बधाई दी।
बनर्जी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘इस वर्ष माध्यमिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले सभी विद्यार्थियों को मेरी तरफ से हार्दिक बधाई। मैं आशा करती हूं कि आप भविष्य में और भी अधिक सफल होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आपके जीवन के इस यादगार दिन पर मैं आपके माता-पिता और शिक्षकों को भी हार्दिक बधाई देती हूं। उनके सहयोग और मार्गदर्शन से ही यह सफलता संभव हो पाई है।
जो लोग आज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए, उनसे मैं यही कहूंगी कि निराश न हों। प्रयास करते रहें। भविष्य में सफलता अवश्य मिलेगी।’’ बसु ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘आज माध्यमिक परीक्षा 2025 के परिणाम घोषित किए गए जिसमें 86.56 प्रतिशत विद्यार्थी सफल हुए हैं। सफल छात्रों को मेरी हार्दिक बधाई। मुझे उम्मीद है कि आप जीवन के सभी आयामों पर सफल होंगे, बंगाल का नाम रोशन करेंगे।
भविष्य में बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे।’’ अदृत ने संवाददाताओं से कहा कि परीक्षा की तैयारी के लिए उसने प्रतिदिन आठ-नौ घंटे पढ़ाई की। उसने कहा, ‘‘मेरा जब मन होता था मैं तभी पढ़ाई करता था। मैं दिन में औसतन आठ से नौ घंटे पढ़ाई करता था।’’ अदृत ने कहा कि वह 12वीं कक्षा के बाद मेडिकल की पढ़ाई करना चाहता है। कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा 10 से 22 फरवरी तक आयोजित की गई थी।
ओडिशा: 10वीं कक्षा की परीक्षा में 96 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों को मिली सफलता
ओडिशा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (बीएसई) की 10वीं कक्षा की परीक्षा में इस वर्ष 96 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों ने सफलता हासिल की। स्कूली शिक्षा मंत्री नित्यानंद जी. ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ओडिशा में 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं तीन शाखाओं के तहत आयोजित की जाती हैं, जिसमें नियमित विद्यार्थियों के लिए ‘हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा’, संस्कृत विद्यार्थियों के लिए मध्यमा परीक्षा और स्कूल छोड़ने वालों के लिए ‘स्टेट ओपन स्कूल सर्टिफिकेट’ (एसओएससी) परीक्षा शामिल हैं। तीनों शाखाओं के परिणाम दिन में यहां घोषित किए गए।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने ‘हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा’ उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने एक पोस्ट में कहा, “जिन बच्चों को अच्छे अंक नहीं मिले हैं, उन्हें मैं सलाह देता हूं कि वे निराश न हों और परिणाम चाहे जो भी हो, दृढ़ इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास के साथ कड़ी मेहनत करते रहें। मैं सभी के उज्ज्वल भविष्य और आगे की सफलता की कामना करता हूं।”
नित्यानंद ने परीक्षा के आयोजन और समय पर परिणाम प्रकाशित होने पर संतोष व्यक्त करते हुए पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर ‘ग्रेड’लाने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी। मंत्री ने कहा, “अधिक छात्र उच्च ग्रेड प्राप्त कर उत्तीर्ण हुए हैं।” उन्होंने कहा कि 3,273 विद्यालयों के सभी विद्यार्थियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की और एक भी संस्थान में कोई भी विद्यार्थी फेल नहीं हुआ।
तीनों शाखाओं के परीक्षा में कुल 5,19,728 विद्यार्थियों ने आवेदन पत्र भरा था, जिनमें से, 5,10,925 विद्यार्थी सभी विषयों में परीक्षा के लिए उपस्थित हुए। परीक्षा में कुल 5,10, 925 विद्यार्थी (96.27 प्रतिशत) उत्तीर्ण हुए। बोर्ड द्वारा जारी परिणाम के मुताबिक, नियमित विद्यार्थियों में कुल 2,50,975 लड़के परीक्षा में शामिल हुए थे।
जिनमें से 2,40,251 (93.98 प्रतिशत) उत्तीर्ण हुए। इसी तरह, 2,79,802 लड़कियों ने परीक्षा दी, जिसमें से 2,72, 967 (96.73 प्रतिशत) सफल रहीं। गजपति जिले में सबसे अधिक विद्यार्थी (99.35) उत्तीर्ण हुए जबकि कोरापुट जिले में सबसे कम विद्यार्थियों (92.83) सफलता हासिल की।
कर्नाटक 10वीं कक्षा परिणाम: 22 छात्रों को 625 में से 625 अंक, 66.14 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण
कर्नाटक स्कूल परीक्षा एवं मूल्यांकन बोर्ड (केएसईएबी) द्वारा शुक्रवार को घोषित 10वीं कक्षा के परिणाम में इस वर्ष 22 विद्यार्थियों ने 625 में से 625 अंक प्राप्त किए जबकि 66.14 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। पिछली बार अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों और पत्राचार के विद्यार्थियों सहित कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 62.34 है, जबकि पिछले वर्ष यह 53 प्रतिशत था।
कर्नाटक बोर्ड की 10वीं परीक्षा 21 मार्च से चार अप्रैल तक राज्य भर में 2,818 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इस साल 8,42,173 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें से 5,24,984 उत्तीर्ण होने में सफल रहे। केएसईएबी के अनुसार, इस वर्ष भी लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया और परीक्षा में 74 प्रतिशत छात्राएं जबकि 58.07 प्रतिशत लड़के उत्तीर्ण हुए।
शहरी विद्यालयों में उत्तीर्ण प्रतिशत 67.05 रहा, जबकि ग्रामीण विद्यालयों में 65.47 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। सरकारी विद्यालयों में उत्तीर्ण प्रतिशत 62.7, सहायता प्राप्त विद्यालयों में 58.97 प्रतिशत और गैर-सहायता प्राप्त विद्यालयों में 75.59 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।
दक्षिण कन्नड़ जिले में सबसे अधिक 91.12 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए जबकि उडुपी में 89.96 प्रतिशत और उत्तर कन्नड़ जिले ने 83.19 प्रतिशत विद्यार्थियों ने परीक्षा पास की। कलबुर्गी (42.43 प्रतिशत), विजयपुरा (49.58 प्रतिशत) और यादगीर (51.6 प्रतिशत) जिले में सबसे कम विद्यार्थी परीक्षा में उत्तीर्ण हुए।