लखनऊः उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित भाजपा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च को शाम चार बजे होगा। शपथ ग्रहण सामारोह का आयोजन राजधानी में शहीद पथ स्थित अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में किया जाएगा।
इस बीच सोमवार और मंगलवार को लखनऊ और दिल्ली में हलचल देखने को मिली। 24 घंटे से कम समय में तीन बड़े इस्तीफे हुए। उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और सपा से रामपुर सांसद आजम खान ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है और इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। जानकारी के अनुसार योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम को विधान परिषद के अध्यक्ष कुंवर मानवेंद्र सिंह को अपना त्यागपत्र भेजा, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
हाल के विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी को प्रचंड जीत दिलाने वाले योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा थ्ज्ञा और एक लाख से अधिक मतों से वह विजयी रहे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सूत्रों के अनुसार योगी आदित्यनाथ 25 मार्च को दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
गोरखपुर से पांच बार सांसद रहे योगी वर्ष 2017 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री बने थे और इस बार विधानसभा का चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा गया। समझा जाता है कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि शपथ ग्रहण से पहले, योगी आदित्यनाथ को सदन का नेता चुना जाएगा और वह लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। योगी ने हाल ही में संपन्न चुनावों में पार्टी को प्रचंड जीत दिलाई है।लोकसभा सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से उनके कक्ष में मुलाकात कर निचले सदन की सदस्यता से इस्तीफे का पत्र सौंपा।
वह आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र से सपा के लोकसभा सदस्य हैं। इस दौरान सपा अध्यक्ष के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव भी मौजूद थे। गौरतलब है कि अखिलेश यादव हाल में उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में करहल विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए हैं। आजम खान रामपुर से विधायक चुने गए हैं।