लाइव न्यूज़ :

सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस इन्क्वारी कमेटी को रिपोर्ट जमा करने के लिए दिया समय कहा, "चार हफ्तों में जांच से संबंधित सारी प्रक्रियाओं को पूरा करें"

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 20, 2022 10:08 PM

सर्वोच्च अदालत ने शुक्रवार को पेगासस मामले में सुनवाई करते हुए स्वयं द्वारा नियुक्त तकनीकी एवं पर्यवेक्षी समिति के अनुरोध पर रिपोर्ट सौंपने की समय-सीमा को बढ़ाने का फैसला किया है।

Open in App
ठळक मुद्देसुप्रीम कोर्ट ने पेगासस जासूसी मामले की जांच कर रही कमेटी की समय सीमा का विस्तार किया कोर्ट ने कहा कि कमेटी चार हफ्तों में जांच से संबंधित सारी प्रक्रियाओं को पूरा करेपेगासस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर 2021 में जांच के आदेश दिए थे

दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस जासूसी मामले की जांच कर रही सुपरवाइजिंग जज टेक्निकल कमेटी को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए समय देते हुए कहा कि कमेटी चार हफ्तों में जांच से संबंधित सारी प्रक्रियाओं को पूरा करे।

सर्वोच्च अदालत ने शुक्रवार को इस मामले में सुनवाई करते हुए स्वयं द्वारा नियुक्त तकनीकी एवं पर्यवेक्षी समिति के अनुरोध पर रिपोर्ट सौंपने की समय-सीमा को बढ़ाने का फैसला किया है।

मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि कमेटी इजराइली स्पाईवेयर के द्वारा प्रभावित 29 मोबाइल फोन की जांच की प्रक्रिया चार हफ्ते में पूरी करी करके रिपोर्ट कोर्ट के सामने पेश करे।

चीफ जस्टिस एनवी रमना की बेंच ने कहा कि टेक्निकल कमेटी स्पाइवेयर के लिए प्रभावित मोबाइल फोन की जांच कर रही है और उसने इस मामले में पीड़ित पत्रकारों समेत कुछ लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं।

इसके साथ ही बेंच ने यह भी कहा कि पेगासस से प्रभावित मोबाइलों की जांच प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया किया जाए ताकि टेक्निकल कमेटी मई के अंत तक इसकी रिपोर्ट को पूरा कर सके। जिसके बाद ऑब्जर्वर बेंच के सामने रिपोर्ट पेश कर सकें।

चीफ जस्टिस रमना ने कहा कि टेक्निकल कमेटी जांच प्रक्रिया को चार हफ्ते में पूरी करके ऑब्जर्वर जज को इसकी सूचना दे। इसके बाद ऑब्जर्वर जज कोर्ट के सामने अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। इस रिपोर्ट को जुलाई में कोर्ट के सामने सूचीबद्ध किया जाना चाहिए।

पेगासस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर 2021 में जांच के आदेश दिए थे। पेगासस जासूसी मामले में एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ ने दावा किया था कि पेगासस स्पाइवेयर के जरिये कथित तौर पर 300 से अधिक भारतीय मोबाइल फोन नंबरों की जासूसी की गई थी। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

टॅग्स :Pegasusसुप्रीम कोर्टsupreme court
Open in App

संबंधित खबरें

भारतNCBC Punjab and West Bengal: पंजाब-पश्चिम बंगाल में रोजगार आरक्षण कोटा बढ़ाने की सिफारिश, लोकसभा चुनाव के बीच एनसीबीसी ने अन्य पिछड़ा वर्ग दिया तोहफा, जानें असर

भारतसुप्रीम कोर्ट से ईडी को लगा तगड़ा झटका, कोर्ट ने कहा- 'विशेष अदालत के संज्ञान लेने के बाद एजेंसी नहीं कर सकती है गिरफ्तारी'

भारतLok Sabha Elections 2024: "अमित शाह ने केजरीवाल की जमानत पर बयान देकर सुप्रीम कोर्ट की मंशा पर सवाल खड़ा किया है", कपिल सिब्बल ने गृह मंत्री की टिप्पणी पर किया हमला

भारत"न्यूजक्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ की UAPA के तहत गिरफ्तारी अवैध": सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल रिहाई का दिया आदेश

भारतसंदेशखली 'स्टिंग वीडियो' की एसआईटी जांच की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट सहमत

भारत अधिक खबरें

भारतCongress leader Alamgir Alam: लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को झटका, मंत्री आलम पर शिकंजा, 6 दिन के लिए ईडी रिमांड, जानें तीन फेस चुनाव में क्या होगा असर

भारत"अगर सत्यजीत रे जीवित होते तो फिर से 'हीरक रानी' बनाते", अमित शाह ने ममता बनर्जी पर कटाक्ष करने के लिए महान फिल्मकार के क्लासिक का जिक्र किया

भारतNarendra Modi In Azamgarh: 'देश-विदेश से जो भी ताकत इकट्ठी करनी है कर लो, सीएए खत्म नहीं कर सकते', पीएम मोदी ने दी चेतावनी

भारतकेजरीवाल का बड़ा दावा- "2 महीने में यूपी के सीएम पद से हटा दिए जाएंगे योगी आदित्यनाथ", जानिए क्या बताया कारण

भारतLok Sabha Election 2024: 'BJP सत्ता में आई, तो SC, ST का आरक्षण खत्म', दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने लखनऊ में कहा