मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार संजीव बालियान, जिन्होंने पहले कहा था कि एक सप्ताह पहले उनके काफिले पर हुए हमले के लिए "शिखंडी" जिम्मेदार है, बीते मंगलवार को कहा कि पुलिस जल्द ही हमले में शामिल अपराधियों को पकड़ लेगी और वह शिखंडी बेनकाब होकर रहेगा।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार भाजपा नेता ने कहा कि वो कानूनी तौर पर नहीं बल्कि सामाजिक तौर पर उस शिखंडी के चेहरे को उजागर करना चाहते हैं।
संजीव बालियान ने कहा, "मैं यह नहीं कहूंगा कि शिखंडी कौन है, पुलिस उसकी पहचान करेगी। शिखंडी वह है जो पीछे से हमला करता है। मैंने कोई मामला दर्ज नहीं कराया है। लेकिन पुलिस को उसे आगे लाने का निर्देश दिया गया है। हम सामाजिक तौर पर उसे बेनकाब करना चाहेंगे।"
बालियान को अपने लोकसभा क्षेत्र के कई इलाकों में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले जब वह चुनाव प्रचार के लिए निकले थे तो कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके काफिले पर हमला कर दिया था। खबरों के मुताबिक उनके काफिले में शामिल एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियों पर हमला किया गया था।
ऑनलाइन सामने आए एक वीडियो में बालियान ने कहा कि उनके काफिले पर किया गया हमला योजनाबद्ध था। उन पर कथित तौर पर ईंट-पत्थरों से हमला किया गया था। हमले की यह कथित वारदात बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र के डूंगर गांव में हुई थी।
उन्होंने कहा, "हमले में विक्रम सैनी की गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। अगर विक्रम सैनी भागकर मेरी गाड़ी में नहीं बैठता तो पता नहीं उसका क्या होता! उस पथराव में किसी का कंधा टूट गया, किसी का हाथ-पैर टूट गया और बच्चे घायल हो गए। वाहनों पर लगभग एक हजार ईंटें फेंकी गईं। किसी के सिर पर चोट नहीं आई, मुझे भी घेर लिया था लेकिन मैं किसी तरह से सुरक्षित निकल गया।''
संजीव बालियान ने कहा, "केंद्रीय मंत्री पर हमले की साजिश थी। अगर पुलिस ने कुछ किया होता तो पत्थरबाजों ने जवाबी कार्रवाई की होती। अगर पुलिस कार्रवाई करती तो उस तरफ से कोई मरता और नहीं तो इस तरफ से कोई मरता। यह एक बड़ी साजिश थी।''
मालूम हो कि एक सप्ताह पहले खतौली विधानसभा क्षेत्र के मधकरीमपुर गांव में अज्ञात हमलावरों ने संजीव बालियान के चुनावी काफिले पर हमला किया था और उनकी गाड़ियों पर ईंट-पत्थर फेंके थे, जब बीजेपी नेता एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।