लखनऊः उत्तर प्रदेश में कुर्मी समाज को अपने साथ जोड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) दोनों ने ही अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. इसके तहत अब डा. सोनेलाल पटेल ही जयंती पर इस बार 2 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना दल (स) के मंच पर रहेंगे.
अपना दल (स) की मुखिया अनुप्रिया पटेल केंद्र सरकार में और उनके पति आशीष पटेल योगी सरकार में मंत्री हैं. व्ही दूसरी ओर सपा के मुखिया अखिलेश यादव अपना दल (के) के मंच पर सोनेलाल की पत्नी कृष्णा पटेल और उनकी बेटी पल्लवी पटेल के साथ मंच पर मौजूद रहेंगे.
यूपी में यह पहला मौका है जब अपना दल के मंच पर दो प्रमुख पार्टियों के नेता एक दूसरे के सामने होंगे. इस अवसर को कुर्मी समाज के वोट के पाने की कवायद बताया जा रहा है. डा. सोनेलाल पटेल की 74वीं जयंती पर अपना दल (स) और अपना दल (के) ने लखनऊ में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए हैं. सोनेलाल पटेल कुर्मी समाज के बड़े नेता थे.
उन्होने 1995 में बहुजन समाज पार्टी (सपा) से अलग होकर अपना दल का गठन किया था. यूपी में यह माना जाता है कि ओबीसी में यादवों के बाद सबसे ज्यादा छह प्रतिशत मतदाता कुर्मी हैं. अब सोनेलाल की विरासत को लेकर उनकी दोनों बेटियां अनुप्रिया तथा पल्लवी आमने -सामने हैं. दोनों की राजनीति का आधार भी कुर्मी वोट बैंक है.
इस कुर्मी वोट को पाने के लिए ही भाजपा अनुप्रिया पटेल को और सपा कृष्णा पटेल तथा पल्लवी पटेल को अहमियत दे रही है. जिसके चलते सोने लाल पटेल की बड़ी बेटी और अपना दल (स) की मुखिया अनुप्रिया पटेल ने अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन करने के लिए इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कार्यक्रम तय किया गया है.
जिसमें अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशिष्ट अतिथि. आरपीआई के रामदास आठवले भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. अनुप्रिया पटेल वर्ष 2014 के चुनाव से ही एनडीए का हिस्सा रही है. अपना दल के साथ गठबंधन का क्रेडिट भी अमित शाह को ही जाता है. उन दिनों अमित शाह भाजपा के महामंत्री और यूपी के प्रभारी हुआ करते थे.
वही दूसरी तरफ अपना दल (के) की मुखिया कृष्णा पटेल ने भी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान और पीलीभीत के बीसलपुर क्षेत्र में में कार्यक्रम रखे हैं. सपा के मुखिया अखिलेश यादव पार्टी नेताओं के साथ कृष्णा पटेल के साथ मंच साझा करेंगे. कृष्णा पटेल की अपनी बेटी अनुप्रिया पटेल से नहीं पटती है.
कृष्णा पटेल का आरोप है अनुप्रिया ने पार्टी पर कब्जा करने के लिए उनको धोखा दिया. उसके बाद उन्होने अपनी बेटी पल्लवी के साथ मिलकर अपना दल (के) का गठन किया और बीते विधानसभा चुनावों में सपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा. इस चुनाव में पल्लवी पटेल ने सूबे के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को चुनाव हराकर विधायक बनी.
अब कृष्णा पटेल और पल्लवी पटेल अपनी पार्टी का विस्तार करने में जुटी हैं. ऐसे में वह भी अपनी ताकत प्रदर्शन करने के लिए 2 जुलाई को बड़ा कार्यक्र्म कर रही हैं. मां और बेटी के अपना दल के मंच से होने वाले दो आयोजन अब भाजपा और सपा की ताकत दिखाने का आयोजन बन गए है.
सूबे के राजनीतिक टिप्पणीकारों का यह कहना है. इन लोगों का कहना है कि अपना दल (स) भाजपा और अपना दल (के) सपा के साथ मिलकर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगी, इसलिए 2 जुलाई के कार्यक्रम दोनों के लिए अहम हैं.