नई दिल्ली: एलएसी पर चीन व भारतीय सेना के बीच जारी तनाव के बीच भारत ने परमाणु संपन्न शौर्य मिसाइल का परीक्षण किया है। भारतीय वैज्ञानिकों ने इस मिसाइल का परीक्षण उड़ीसा के बालासोर में किया है। शनिवार को शौर्य मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद सरकार की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है।
दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान की घोषणा के बाद एक तरह से देखा जाए तो यह पहल डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) स्ट्रैटिजिक मिसाइल के फील्ड में देश को पूर्ण रूप से आत्मनिर्मर बनाने का प्रयास है।
शौर्य मिसाइल की खासियत क्या है?
बता दें कि यह बैलेस्टिक मिसाइल परमाणु क्षमता से लैस है। यह मिसाइल 800 किलोमीटर दूर तक टारगेट को तबाह कर सकता है। यह मिसाइल मौजूदा मिसाइल सिस्टम को मजबूत करेगा और संचालन में हल्का व आसान है। भारत ने इस आधुनिक मिसाइल का परीक्षण ऐसे समय पर किया है जब एलएसी पर चीन के साथ तनाव चरम पर है।
मौजूदा मिसाइलों के मुकाबले यह हल्का है और इस्तेमाल भी आसान है। सूत्रों ने यह भी बताया कि टारगेट की ओर बढ़ते हुए अमितम चरण में यह हाइपरसोनिक स्पीड हासिल कर लेता है।
इससे पहले भारत ने किया ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण-
बता दें कि इससे पहले लद्दाख में चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत को बड़ी सफलता हाथ लग चुकी है। दरअसल, भारत ने विस्तारित रेंज ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है, जोकि 400 किलो मीटर से अधिक दूरी पर लक्ष्य को मार सकती है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के PJ-10 परियोजना के तहत यह परीक्षण किया गया। इस मिसाइल को स्वदेशी बूस्टर के साथ लॉन्च किया गया।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, विस्तारित रेंज ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को ओडिशा के बालासोर के तट परीक्षण किया गया। यह मिसाइल 400 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर लक्ष्य को मार सकती है।
आपको बता दें कि इससे पहले ब्रह्मोस मिसाइल मूल रूप से 290 किलो मीटर तक की दूरी तक मार कर सकती थी। इस मिसाइल को भारत और रूस ने मिलकर बनाया है। यह सुपरसॉनिक मिसाइल अत्याधुनिक तकनीक से लैस है।