शिमला: मानसून की शुरुआत के साथ ही हिमाचल प्रदेश के शिमला शहर में भारी बारिश देखने को मिली है। भारी बारिश के कारण शहर में पत्थर और मलबा इकट्ठा हो गया। इस मलबे में सड़क किनारे खड़ी कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई।
गौरतलब है कि राज्य में अलगे दो-तीन दिनों तक भारी बारिश और तूफान की चेतावनी दी गई है। इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 25 से 26 जून को राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बिजली और तूफान के साथ भारी से बहुत भारी बारिश का संकेत देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने अपने दैनिक बुलेटिन में 27 और 28 जून को आंधी और बिजली गिरने का संकेत देते हुए येलो अलर्ट भी जारी किया है।
इस बीच, शनिवार को मलबे और पत्थरों ने शहर के विभिन्न हिस्सों में सड़कों के किनारे खड़े कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। शिमला में पिछले 12 घंटों में 99.2 मिमी बारिश हुई है। जिसकी वजह से एक प्रमुख सड़क अवरुद्ध हो गई। राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार से मध्यम से बहुत भारी बारिश हुई है।
वहीं, मंडी जिले के कटौला में 163.3 मिमी बारिश के साथ सबसे अधिक बारिश हुई, इसके बाद सिंहुता में 160 मिमी, कसौली में 145 मिमी और कांगड़ा में 143.5 मिमी बारिश हुई। शिमला में 99.2 मिमी, गोहर में 81 मिमी, जुब्बड़हट्टी में 76.5 मिमी, पंडोह में 74 मिमी, सुंदरनगर में 70 मिमी और पच्छाद में 65.2 मिमी बारिश हुई।
हिमाचल प्रदेश में आईएमडी के प्रमुख सुरेंद्र पॉल ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि अगले तीन दिनों के दौरान राज्य में भारी बारिश का अनुमान है।
आईएमडी के प्रमुख ने बताया, "मानसून आज 24 जून को हिमाचल प्रदेश में दस्तक दे चुका है। पिछले 24 घंटों के दौरान पूरे राज्य में बारिश हो रही है। मंडी के कोटला में राज्य में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। अगले तीन दिनों के दौरान राज्य में बड़े पैमाने पर बारिश होगी।"
पॉल ने कहा, 25 और 26 जून को हम राज्य के कुछ जिलों जैसे सिरमौर, सोलन, शिमला, बिलासपुर, मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना और चंबा में भारी से बहुत भारी बारिश की उम्मीद कर रहे हैं।