नई दिल्ली: राहुल गांधी ने संसद की सदस्यता गंवाने के बाद शनिवार, 25 मार्च को कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने इस दौरान सावरकर का नाम भी लिया और कहा कि वह सावरकर नहीं गांधी हैं इसलिए माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता।
अब राहुल गांधी के सावरकर पर दिए बयान के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया सामने आई है। शिंदे ने कहा, "राहुल गांधी बार-बार सावरकर का अपमान करते हैं। एक दिन उन्हें जेल में बिताना चाहिए, तब वह सावरकर के बलिदान को समझेंगे। महाराष्ट्र के लोग उनकी टिप्पणियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और उन्हें महाराष्ट्र में घूमने नहीं देंगे। सावरकर केवल महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक आदर्श हैं और राहुल गांधी ने उन्हें बदनाम किया है। राहुल गांधी की इस हरकत के लिए जितनी भी आलोचना की जाए कम होगी। आज भी उन्होंने कहा कि मैं माफी मांगने वाला सावरकर नहीं हूं। वह सावरकर के बारे में क्या सोचते हैं? राहुल गांधी ने न केवल पीएम मोदी की आलोचना की है बल्कि पूरे ओबीसी समुदाय को बदनाम किया है। वह उसी लहजे में बोलते जा रहे हैं और मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अगर वह ऐसा करता रहे तो उनका सड़क पर चलना मुश्किल हो जाएगा।"
राहुल गांधी ने क्या कहा था
एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, "मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता।" राहुल गांधी ने इस दौरान कहा कि अडानी पर मेरे भाषण से प्रधानमंत्री डरे हुए हैं और मैंने यह उनकी आंखों में देखा है, इसलिए पहले मुद्दे से ध्यान भटकाया गया। उसके बाद मुझे अयोग्य घोषित कर दिया गया। ओबीसी के अपमान के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा, "मैं भारत जोड़ो यात्रा तक में कहता रहा हूं कि सभी समुदाय को एक साथ चलना चाहिए। भाजपा ध्यान को भटकाने की कोशिश करती है। कभी ओबीसी की बात, कभी विदेश की बात। भाजपा का यही काम है। लेकिन मैं तीन अरब डॉलर की बात उठाना बंद नहीं करुंगा। अगर यह लोग सोचते हैं कि मुझे अयोग्य करवाकर, धमकाकर, जेल में डालकर मुझे बंद कर सकते हैं तो मेरी वो हिस्ट्री नहीं है।"