राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को गिरीश चंद्र मुर्मू को बतौर नए CAG शपथ दिलाई। राष्ट्रपति भवन में हुए इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। साथ ही उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू भी मौजूद थे। मुर्मू ने बुधवार को ही जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के पद से इस्तीफा दिया था।
मुर्मू राजस्थान काडर के 1978 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव महर्षि की जगह ली जिनका कार्यकाल सात अगस्त को पूरा हो गया। शपथ ग्रहण के बाद मुर्मू ने बतौर सीएजी पदभार भी संभाल लिया। इससे पहले उन्होंने सीएजी कार्यालय में महात्मा गांधी और बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी।
इस बीच पूर्व केन्द्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश से भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोज सिन्हा को केन्द्र शासित प्रदेश का नया उपराज्यपाल बनाया गया है। मुर्मू 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने अचानक बुधवार (5 अगस्त) को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था।
दरअसल, पांच अगस्त को ही जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त किए जाने का एक साल पूरा हुआ था। ऐसे में मुर्मू के इस्तीफे पर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे थे। गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी 60 वर्षीय मुर्मू को अक्टूबर, 2019 उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था।
जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल नियुक्त किए जाने से पहले मुर्मू वित्त मंत्रालय में व्यय सचिव थे। वह नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री काल में उनके प्रधान सचिव भी रह चुके हैं। कैग की नियुक्ति छह साल के लिए या फिर 65 वर्ष की आयु पूरी होने तक, इसमें से जो भी पहले हो, तक होती है।
(भाषा इनपुट)