CDS General Rawat chopper crash: प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोग का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंच गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई गणमान्य लोगों ने श्रद्धांजलि दी। तीन सेना प्रमुख भी उपस्थित रहे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने कल सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी थी।सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने श्रद्धांजलि दी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को बताया कि भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अन्य दिवंगत सैन्य कर्मियों का भी उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को तमिलनाडु के कन्नूर के निकट हेलीकॉप्टर दुर्घटनास्थल का निरीक्षण कर जांच शुरू की।
तमिलनाडु पुलिस ने मामला दर्ज किया और राज्य के डीजीपी सी सिलेंद्र बाबू ने मामले को लेकर यहां एक समीक्षा बैठक की। एयर मार्शल सिंह ने अधिकारियों के साथ यहां नजदीक में दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच शुरू की। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नीलगिरि जिला पुलिस ने आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 174 के तहत प्राथमिकी दर्ज की और एडीएसपी मुथुमनिकम को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया। पुलिस जांच के दौरान दुर्घटनास्थल के पास ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल कर रही है। पुलिस महानिदेशक सी सिलेंद्र बाबू ने दुर्घटना और इससे जुड़ी जांच को लेकर यहां एक बैठक की अध्यक्षता की।
कुन्नूर के पास एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर और कुछ अन्य के पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी लाये गए। पार्थिव शरीरों को भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान से दिल्ली लाया गया, जो शाम करीब 7:35 बजे पालम हवाई अड्डे पर उतरा।
अधिकारियों ने कहा कि अभी तक केवल जनरल रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर के पार्थिव शरीरों की पहचान की जा सकी है। उन्होंने कहा कि केवल पहचान किये गए पार्थिव शरीर ही बुधवार को दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को सौंपे जाएंगे।
जनरल रावत, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर लिद्दर के अलावा, एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सशस्त्र बल के 10 जवानों की मृत्यु हो गई थी। यह हेलीकॉप्टर दुर्घटना गत कुछ दशकों में भारत में हुई बड़ी हवाई दुर्घटनाओं में से एक है जिनमें वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सफर कर रहे थे।
दुर्घटना में मारे गए अन्य कर्मियों में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी एस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक साई तेजा शामिल हैं।
भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य की बुधवार को यहां पास में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गयी थी। बाद में शवों को एंबुलेंस के माध्यम से पास के कोयंबटूर स्थित सुलूर एयरबेस लाया गया, जहां से उन्हें राष्ट्रीय राजधानी ले जाया गया। मद्रास रेजिमेंटल सेंटर, वेलिंगटन से कोयंबटूर तक लगभग 90 किलोमीटर के मार्ग में मृतकों के अंतिम दर्शन के लिए सड़क के दोनों ओर लोगों की कतार लगी रही। लोगों ने एम्बुलेंस पर फूल बरसाए।