Sandeshkhali Case: ममता सरकार को बड़ा झटका लगा है। कोलकाता उच्च न्यायालय ने बंगाल के संदेशखालि में महिलाओं के खिलाफ कथित अपराध और भूमि पर कब्जे के मामलों की सीबीआई जांच के आदेश दिए है। कोलकाता उच्च न्यायालय संदेशखालि मामले की जांच की निगरानी करेगा। सीबीआई को मछली पालन के लिए कृषि भूमि को अवैध रूप से बदलने के संबंध में रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को कहा था कि संदेशखालि में यदि यौन उत्पीड़न के एक प्रतिशत आरोप भी सही पाये गये तो यह ‘‘बेहद शर्मनाक’’ स्थिति होगी और महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित राज्य के रूप में पश्चिम बंगाल की छवि खराब हो जायेगी।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की संदेशखालि मामले के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख है। शाहजहां को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया है। शाहजहां और उनके सहयोगियों पर महिलाओं के यौन शोषण और संदेशखालि में जमीन हड़पने का आरोप है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज तीन प्राथमिकियों संबंधी मामलों को कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर अपने हाथ में ले लिया है। सीबीआई द्वारा पकड़े गए लोगों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी को संदेह है कि ये लोग पांच जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हुए हमले में कथित तौर पर शामिल थे और जब अधिकारी पश्चिम बंगाल के संदेशखालि में शाहजहां शेख के परिसरों पर छापा मारने गए थे तब इन्होंने उन पर हमला करने के लिए भीड़ को उकसाया था