बालासोरः ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को हुए ट्रेन हादस के रेस्क्यू की कमान भारतीय सेना ने संभाल ली है। शुक्रवार कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या बढ़कर 233 हो गई है। वहीं 900 से अधिक यात्री घायल हो गए।
सेना की चिकित्सा और इंजीनियरिंग टीमों की तैनाती
भारतीय सेना ट्रेनों में फंस हुए लोगों को बाहर निकालने और उपचार के लिए अस्पताल ले जाने में मदद कर रही है। सेना ने अपने एक बयान में कहा कि भारतीय सेना को घायल नागरिकों की निकासी और उपचार में सहायता के लिए तैनात किया गया है। एंबुलेंस और सहायता सेवाओं के साथ सेना की चिकित्सा और इंजीनियरिंग टीमों को पूर्वी कमान से तैनात किया गया है। भारतीय सेना ने कहा कि टीमों को कई ठिकानों से भेजा गया है ताकि जल्द से जल्द घटना स्थल पर पहुंचा जा सके।
गैस टॉर्च और इलेक्ट्रिक कटर की मदद से रातभर फंसे जीवित लोगों और शवों को बाहर निकालने की कोशिश
हादसे के बाद बचावकर्ता गैस टॉर्च और इलेक्ट्रिक कटर की मदद से रातभर रेलगाड़ियों के बीच फंसे जीवित लोगों और शवों को बाहर निकालने की कोशिश करते रहे। भुवनेश्वर में अधिकारियों ने बताया कि 1,200 कर्मियों के अलावा 200 एंबुलेंस, 50 बस और 45 सचल स्वास्थ्य इकाइयां दुर्घटनास्थल पर काम कर रही हैं। शवों को ट्रैक्टर समेत विभिन्न प्रकार के वाहनों में अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।
कोलकाता से करीब 250 किमी दक्षिण में बालासोर के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास हुआ हादसा
आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम को सात बजे के आसपास हुआ यह हादसा भारत का अब तक का चौथा सबसे भीषण हादसा है। रेल मंत्रालय ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
ट्रेन दुर्घटना की जांच दक्षिण-पूर्व सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त ए एम चौधरी करेंगे
भारतीय रेलवे ने एक बयान में बताया कि इस ट्रेन दुर्घटना की जांच दक्षिण-पूर्व सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त ए एम चौधरी करेंगे। रेलवे सुरक्षा आयुक्त नागर विमानन मंत्रालय के अधीन काम करता है। रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए।’’
डिब्बों के नीचे से शवों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया गया
अधिकारी ने बताया कि चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई। पटरी से उतरे डिब्बों के नीचे से शवों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया गया। आपदा प्रबंधन कर्मी और दमकल कर्मी शवों को निकालने की कोशिशों में जुटे हैं।