मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से स्नातकोत्तर शिक्षा लेने के बाद वहीं से पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य प्रारंभ। लगभग बीस साल से अधिक समय से पत्रकारिता व शोध के क्षेत्र में संपादन से लेकर रिपोर्टिंग तक के विभिन्न उत्तरदायित्वों का निर्वाह। सामाजिक मुद्दों के साथ ही राज्य की राजनीति व कानून व्यवस्था की अद्यतन जानकारी। रोजगार और निर्माण में समसामयिक एवं खेल पर केन्द्रित आलेखों का लेखन। भोपाल से प्रकाशित पत्रिका उद्यमिता में रोजगार पर केन्द्रित आलेखों का लेखन।Read More
मध्य प्रदेश लोकसभा चुनावः रीवा में जनार्दन मिश्रा का भाजपा में खासा विरोध है, यहां पर कांग्रेस ने ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए सिद्धार्थ तिवारी को मैदान में उतारा है. सिद्धार्थ का यह पहला चुनाव है, कांग्रेस यहां सहानुभूति लहर चलाकर जीत हासिल करना चाह रही ...
मध्यप्रदेश में पहले चरण के लिए 6 संसदीय क्षेत्रों में मतदान होने के बाद अब राज्य के पांच संसदीय क्षेत्रों पर निगाहें टिक गई हैं. इन संसदीय क्षेत्रों में भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को महिला प्रत्याशियों की सीधी टक्कर मिल रही है. ...
मध्य प्रदेश लोकसभा चुनावः राज्य में 2009 में हुए परिसीमन के बाद अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हुई भिंड सीट पर भाजपा का 30 साल से कब्जा रहा है. परिसीमन के पहले यह सीट सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित थी. ...
मध्यप्रदेश के 6 संसदीय क्षेत्रों मेंं हुए मतदान के बाद भाजपा का उत्साह बढ़ता नजर आ रहा है. भाजपा किसानों के मुद्दे को लेकर तो कांग्रेस को शुरु से ही घेर रही थी, मगर अब भाजपा ने तय किया है कि कांग्रेस को किसानों, बिजली और लगड़ी सरकार के मुद्दे पर घेरा ज ...
लोकसभा चुनावः मध्यप्रदेश में इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से ज्यादा भाजपा में बगावती सुर दिखाई दे रहे हैं. इसके चलते भाजपा के करीब आधा दर्जन नेताओं का राजनीतिक भविष्य दांव पर लगा हुआ है. ...
अमित शाह का साफ कहना था कि कांग्रेस के तीनों गढ़ों गुना-शिवपुरी, छिन्दवाड़ा और रतलाम-झाबुआ में वे ऐसे प्रत्याशी देंगे कि ये तीनों दिग्गज अपने गढ़ों से बाहर न जा सकें. इसके लिए शाह उत्तर प्रदेश से स्वतंत्रदेव सिंह को मध्य प्रदेश लाये. ...