लोकसभा चुनाव 2019: मध्यप्रदेश में गर्माने लगा किसान, बिजली का मुद्दा

By राजेंद्र पाराशर | Published: May 1, 2019 05:36 AM2019-05-01T05:36:24+5:302019-05-01T05:36:24+5:30

मध्यप्रदेश के 6 संसदीय क्षेत्रों मेंं हुए मतदान के बाद भाजपा का उत्साह बढ़ता नजर आ रहा है. भाजपा किसानों के मुद्दे को लेकर तो कांग्रेस को शुरु से ही घेर रही थी, मगर अब भाजपा ने तय किया है कि कांग्रेस को किसानों, बिजली और लगड़ी सरकार के मुद्दे पर घेरा जाए और भाजपा का पक्ष मजबूती से रखा जाए.

Lok Sabha election 2019: Farmers, electric issues in Madhya Pradesh | लोकसभा चुनाव 2019: मध्यप्रदेश में गर्माने लगा किसान, बिजली का मुद्दा

लोकसभा चुनाव 2019: मध्यप्रदेश में गर्माने लगा किसान, बिजली का मुद्दा

मध्यप्रदेश में पहले चरण के मतदान के साथ ही चुनावी सियासत गर्मा गई है. भाजपा नेताओं ने किसान, बिजली और कांग्रेस की वर्तमान सरकार को मुद्दा बनाने का फैसला किया है. मतदान के शेष तीन चरणों में प्रदेश में भाजपा नेता इन मुद्दों पर कांग्रेस को घेरेंगे और जनता के बीच जाकर फिर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी मामा वाली छवि के सहारे मतदान की अपील करेंगे.

मध्यप्रदेश के 6 संसदीय क्षेत्रों मेंं हुए मतदान के बाद भाजपा का उत्साह बढ़ता नजर आ रहा है. भाजपा किसानों के मुद्दे को लेकर तो कांग्रेस को शुरु से ही घेर रही थी, मगर अब भाजपा ने तय किया है कि कांग्रेस को किसानों, बिजली और लगड़ी सरकार के मुद्दे पर घेरा जाए और भाजपा का पक्ष मजबूती से रखा जाए. इसके चलते पहले चरण के मतदान वाले दिन सोमवार से ही पूर्व मुख्यमंंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपाध्यक्ष प्रभात झा ने मोर्चा खोल दिया है. दोनों के निशाने पर किसानों और प्रदेश की सरकार रहे. भाजपा को आज मायावती की नाराजगी के बाद कांग्रेस की गठजोड़ वाली सरकार निशाने पर आ गई है. भाजपा इस मुद्दे के तहत बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों जिनका कांग्रेस को समर्थन मिला हुआ है, उन पर नजरें गढ़ा रही है. भाजपा संगठन अब पूरी तरह से इसी रणनीति के तहत प्रदेश के 23 लोकसभा क्षेत्रों में जहां मतदान होना है, इन मुद्दों को गर्माने की रणनीति पर काम कर रहा है. वैसे भाजपा नेता बिजली और किसान को पहले ही चुनावी मुद्दा बना चुके हैं. वे लगातार बिजली गुल होने को लेकर कमलनाथ सरकार पर हमला बोल रहे हैं.

भाजपा द्वारा किए जा रहे हमलों के तहत अब कांग्रेस को किसान कर्ज माफी के आंकड़े सभाओं में गिनाने पड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित मंत्री, नेता और कार्यकर्ता भी सभाओं में यह गिनाते नजर आ रहे हैं कि हमने इतने किसानों का कर्ज माफ किया. वहीं कांग्रेस सरकार बिजली विभाग के कर्मचारियों पर लगातर बिजली कटौती को लेकर कार्रवाई कर रही है. कांग्रेस नेताओं को यह समझ नहीं आ रहा कि बिजली कटौती किन कारणों से हो रही है.

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभात झा ने कहा कि सोमवार को मंदसौर में भाजपा प्रत्याशी सुधीर गुप्ता के समर्थन में सभा को संबोधित करते हुए इस बात के संकेत भी दिए है कि भाजपा अब कमलनाथ सरकार को मुद्दा बनाएगी और यह प्रचारित करेगी कि लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा यह सरकार गिरा देगी. उन्होंने कहा था कि जिस तरह डा. मनमोहन सिंह एक्सीडेंटल प्रधानमंत्री बने थे, ठीक उसी तरह मध्यप्रदेश में कमलनाथ भी दुर्घटनावश मुख्यमंत्री बने हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने झूठ और भ्रम फैलाकर जनता को बरगलाने की कोशिश की. किसानों और युवाओं को छलने का काम इस सरकार ने किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार लंगड़ी सरकार है. झा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, केन्द्रीय मंत्री उमा भारती, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव भी इस तरह के बयान पूर्व में कई बार दे चुके हैं.

Web Title: Lok Sabha election 2019: Farmers, electric issues in Madhya Pradesh