भारत का संकट यह है कि हम अगर यह समझौता करते तो खतरा यह था कि चीनी मैन्युफैक्चरिंग उत्पादों के भारतीय बाजार में बेरोकटोक आने से संकटग्रस्त भारतीय लघु व मध्यम उद्योग हमेशा के लिए खत्म हो जाते और बेरोजगारी अपनी चरम-स्थिति पर पहुंच जाती. साथ ही ऑस्ट्रेलि ...
व्हाट्सएप्प के निदेशक ने कोर्ट को यह भी बताया कि भारत के अनेक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्नकार भी इस खुफिया कंपनी की जद में थे. डायरेक्टर के बयान के अनुसार भारतीय लोगों के बारे में ये जानकारियां इस साल मई माह के पहले तक के लगभग दो सप्ताह के काल में जुट ...
भारत से दो साल बाद कम्युनिस्ट शासन हासिल करने वाला चीन 25 वें स्थान पर जबकि 150 साल तक औपनिवेशिक शासन और नस्लभेद ङोलने के बाद सन 1994 में गणतंत्न बना द. अफ्रीका 59वें पायदान पर है. सन 2015 में भारत 93 वें स्थान पर था. यानी तब से स्थिति बदतर हुई है. ...
हमारे देश के प्रधानमंत्नी नरेंद्र मोदी को इसी संयुक्त राष्ट्र की संस्था पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) ने पिछले वर्ष सबसे बड़े सम्मान ‘पृथ्वी के चैंपियन’ से नवाजा और उसके एक साल पहले ही प्रधानमंत्नी ने पेरिस सम्मेलन में भारत को ग्रीनहाउस दुष्प्रभावों ...
समाजशास्त्रियों व सामाजिक-आर्थिक विश्लेषकों के लिए यहां प्रश्न यह खड़ा हो रहा है कि क्या आर्थिक संपन्नता और शिक्षा के कारण अभिभावक बच्चों की समुचित परवरिश को नजरअंदाज करने लगे हैं? ...
आज जब नेहरू को गलत ठहराने की कोशिश की जा रही है और ‘सच्चा इतिहास’ लिखने की बात कही जा रही है तो क्या किसी ने गहराई से तत्कालीन तथ्यों का बेबाक विवेचन किया? क्या यह पता किया गया कि नेहरू के पास विकल्प क्या-क्या थे और नेहरू न होते तो वास्तव में कश्मीर ...
इमरान के इस भाषण में और हाल में 11 सितंबर (9/11) को वल्र्ड ट्रेड टावर पर हमले की 18वीं ‘बरसी’ पर जारी एक वीडियो में अलकायदा के प्रमुख अयमान-अल-जवाहिरी के भाषण में एक जबरदस्त साम्य नजर आया. ...
राष्ट्रपति ट्रम्प के पहुंचने के कारणों को तभी समझा जा सकता है जब हम मोदी की विश्व-पटल पर स्वीकार्यता समझ सकेंगे. इस पर विवाद हो सकता है कि इसके नकारात्मक पहलू मॉब लिंचिंग को कैसे लिया जाए जो भारत में मोदी-शासन में आम बात होने लगी है और जिसके शिकार अख ...