विश्व जनसंख्या दिवस हर साल 11 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य जनसंख्या और उससे जुड़े मुद्दों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाना है. साल 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा पहली बार विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का फैसला किया गया था. लगभग तीन दशकों से इस दिवस को बड़े स्तर पर मनाया जा रहा है। यह दिन बढ़ती जनसंख्या से संबंधित मुद्दों को खोजने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए है। इस दिन को मनाने की प्रेरणा 11 जुलाई, 1987 को 'फाइव बिलियन डे' से मिली। यह वह दिन था जब दुनिया की आबादी 5 बिलियन तक पहुंच गई थी। Read More
संयुक्त राष्ट्र ने जन्संख्या को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक 2023 तक भारत की जनसंख्या चीन की जनसंख्या को भी पार कर जाएगी। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक 15 नवंबर 2022 तक दुनिया की जनसंख्या 8 बिलियन पहुंच जाएगी। संयुष्त राष्ट्र ...
Population control law: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग पर मंगलवार को कहा ‘‘जनसंख्या नियंत्रण को लेकर अगर कोई व्यक्ति अपनी बातों को सामने रखता है तो इससे मुझे कोई मतलब नहीं है, हम अपना काम बता सकते हैं.’’ ...
जनसंख्या स्थिरीकरण का लक्ष्य प्राप्त करना, मातृ मृत्यु और बीमारियों के फैलाव पर नियंत्रण, नवजात और पांच वर्ष से कम आयु वाले बच्चों की मृत्यु रोकना और उनकी पोषण स्थिति में सुधार करना है. ...
कॉमन सिविल कोड के सवाल पर कहा कि सिर्फ यही कानून क्यों बल्कि शराबबंदी भी देश भर में होनी चाहिए. जरूरी है कि शिक्षा का स्तर सुधारा जाए और जागरूकता लाई जाए. ...
world population day: बढ़ती आबादी के कारण केवल रोजगार या आवास की ही नहीं बल्कि खाने के लिए अनाज और पीने के लिए पानी की कमी भी होने वाली है. एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व में 400 करोड़ लोगों को स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है. इसमें 25 प्रतिशत भारतीय हैं. ...