आतंकी या आतंकवादी, ये पूरी दुनिया के लिए परेशानी की वजह हैं। ये वो लोग हैं जो दुनियाभर में दशहत का माहौल फैलाना चाहते हैं। वे इसके लिए वे हथियार, गोला-बारूद, बंदूक का इस्माल करते हैं। आमतौर पर इनका संगठन होता है, जैसे मौजूदा दौर का सबसे बड़ा आतंकी संगठन आईएसआईएस यानी इस्लामिक स्टेट है। इसके अलावा तालिबान, लश्कर ए तैयबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन आदि प्रमुख आतंकी संगठन है। जबकि अब तक के सबसे बड़े आतंकी के तौर पर ओसमा बिन लादेन को जाना जाता है। Read More
आतंकवादियों ने जारी ऑडियो में कहा कि शाकिर मंजूर की गतिविधियों पर बीते कई दिनों से नजर रखे हुए थे। शाकिर के शव को दफानाने की बात ऑडियो में कही गई है। ...
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की पहली वर्षगांठ पर आतंकी एक बार फिर सक्रिय नजर आ रहे हैं। पिछले दो से तीन दिनों में आतंकियों ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है। इसी हफ्ते कुलगाम के एक अन्य सरपंच पर भी आतंकियों ने हमला किया था। ...
बंदूक थामने वाले भी बढ़ते चले गए। आंकड़ों के बकौल, इस साल 7 महीनों के भीतर 90 ने आतंकवाद की राह को थामा था। जबकि पिछले साल 12 महीनों में 139 स्थानीय आतंकी तैयार हो गए थे। ...
आईईडी को नष्ट करने के लिए कुछ दूर तक हाइवे पर वाहनों की आवाजाही को भी बंद किया गया था। इस इलाके को घेर कर सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है ताकि पता किया जा सके कि आतंकियों की तरफ से और आईईडी तो नहीं लगाई गई है। ...
मिली जानकारी के अनुसार, टीए में कार्यरत शाकिर मंजूर ईद-उल-जुहा के मुबारक मौके पर छुट्टी लेकर गत सप्ताह ही अपने घर आया था। वह शोपियां में तैनात था जबकि उसका घर कु़लगाम में है। ...
शोर शराबे और बवाल के बाद प्रत्येक पंच-सरपंच को पहली बार 25 लाख का बीमा करवाया गया है। यह रकम सिर्फ आतंकी हमले में मौत होने पर ही मिलेगी। पंचायत व निकाय प्रतिनिधियों को बीमा कवर देने का फैसला उस समय लिया गया जब आतंकियों ने कश्मीरी पंडित सरपंच अजय पंडि ...
संयुक्त राष्ट्र ने गत सप्ताह अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि अफगानिस्तान में साल के पहले छह महीने में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले हिंसा में नागरिकों के मारे जाने तथा घायल होने की संख्या में 13 प्रतिशत की गिरावट आयी है। ...