सचिन पायलट राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री हैं। सचिन दिवंगत कांग्रेस नेता राजेश पायलट के बेटे हैं। सचिन पायलट 2004 में अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र दौसा से 26 साल की उम्र में सांसद चुने गए थे और इसके साथ ही वे सबसे युवा सांसद सदस्य भी बने। बहरहाल, राजस्थान में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस की जीत के सूत्रधार रहे हालांकि, इसके बावजूद अशोक गहलोत के राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी कांग्रेस से नाराजगी सामने आती रही है। Read More
राजस्थान में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस में चल रहे सियासी घमासान के बीच पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने 35 करोड़ रुपये के ऑफर का आरोप लगाने वाले कांग्रेस विधायक गिरिराज मलिंगा को लीगल नोटिस भेजा है। ...
कांग्रेस पार्टी के व्हिप का उल्लंघन करने के मामले में सचिन पायलट और 18 बागी विधायकों के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष के नोटिस पर राजस्थान हाईकोर्ट अब 24 जुलाई 2020 को फैसला सुनाएगा. हाईकोर्ट ने यह भी कहा है कि तब तक, मतलब- 24 जुलाई तक विधानसभा अध्यक्ष इस म ...
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए जारी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए जोशी ने सचिन पायलट सहित 19 विधायकों को नोटिस जारी किया था। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 बागी विधायकों ने अपने खिलाफ अयोग्यता नोटिस को उच्च न्यायालय ...
सचिन पायलट गुट को लेकर राजस्थान कांग्रेस में जारी विवाद के बीच अशोक गहलोत के भाई की कंपनी पर ईडी ने छापा मारा है। देश के कुछ और हिस्सों में भी छापे मारे जाने की सूचना है। ...
Rajasthan political crisis: राजस्थान में सियासी संकट पिछले कई दिनों से जारी है। इसमें सबसे बड़ा ट्विस्ट उस वक्त देखने को मिला जब सचिन पायलट को राज्य के उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया। सीएम अशोक गहलोत का आरोप ह ...
मुख्यमंत्री विधायक दल की बैठक को संबोधित करने के बाद अपने निवास पर चले गये। जहां प्रदेश केबिनेट की बैठक होनी है और ऐसा माना जा रहा है कि इसमें मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों से विधानसभा सत्र बुलाने और हाईकोर्ट के निर्णय के बाद की रणनीति के विषय में चर्चा ...
सूत्र बताते हैं कि गहलोत सरकार विधान सभा का सत्र बुलाकर ,सत्र शुरू होते ही विधायक दल की बैठक बुलायेगी और उसके लिये व्हिप ज़ारी करेगी क्योंकि उसे पता है कि बागी विधायक उसमें हिस्सा नहीं लेंगे जिसके आधार पर व्हिप का उल्लंघन करने को आधार बना कर अयोग्य घ ...