उत्तर प्रदेश में स्थित प्रयागराज भारत के प्राचीन शहरों में से एक है। हिंदू धर्म के मुताबिक प्रयागराज एक तीर्थ स्थल है। प्रयागराज से पहले इसका नाम इलाहाबाद था। ऐतिहासिक उल्लेख की बात करें तो इस शहर का इलाहाबाद नाम अकबर ने 1583 में दिया था। साल 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने का ऐलान कर दिया है।दरअसल, गोमुख से इलाहाबाद तक जहां कहीं भी कोई सहायक नदी गंगा से मिलती है उस स्थान को प्रयाग कहा गया है, जैसे- देवप्रयाग, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग आदि। इस तरह जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम है उसे प्रयागराज कहा जाएगा। इसे संगम नगरी, कुंभ नगरी और तीर्थराज भी कहा गया है। Read More
Haridwar Kumbh Mela 2021: हरिद्वार में एक अप्रैल से कुंभ का आयोजन होगा और कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए इसकी अवधि 28 दिनों तक सीमित रखने का निर्णय किया गया है। ...
यूपी के टूंडला में एक नॉन स्टॉप ट्रेन को रेलवे अधिकारियों ने उस समय रोकने का फैसला किया जब इसमें सवार एक महिला को लेबर पेन होने की जानकारी इन्हें मिली। इसके बाद महिला को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। ...
आनंद भवन नेहरू परिवार का पूर्व में निवास स्थान था, अब वह एक संग्राहलय के रूप में बदल चुका है। प्रियंका गांधी बुधवार को सहारनपुर में थीं, जहां उन्होंने किसान सभा को संबोधित किया था। ...
Paush Purnima 2021: पौष पूर्णिमा पर स्नान और दान का विशेष महत्व है। प्रयागराज में कल्पवास की शुरुआत भी पौष पूर्णिमा से हो जाती है और करीब डेढ़ महीने तक चलती है। ...
प्रयागराज के प्रतापगढ़ की आरती मौर्य की शादी अवधेश से तय हुई थी। हालांकि शादी के ही दिन दोपहर में आरती घर की छत से गिर गई और उसे रीढ़ की हड्डी और पैर में चोट आई। उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। ...
डोनाल्ड ट्रंप के भारतीय समर्थकों ने देश की पावन और संगम नगरी प्रयागराज में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत सुनिश्चित करने के लिए हवन अनुष्ठान का आोयजन किया। इस बारे में बड़े हनुमान मंदिर के छोटे महंत स्वामी आनंद गिरी ने इसका आयोजन किया। ...