कोरोना वायरस के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी बहुत उपयोगी साबित हो रही है. इस थेरेपी में कोरोना के सही हुए मरीजों के रक्त से प्लाज्मा निकालकर बीमार रोगियों को ठीक करने के लिए दिया जाता है। उन लोगों में पहले से ही एंटीबॉडी मौजूद हैं जो वायरस को दूर भगाते हैं। उनका उपयोग दूसरे रोगी के लिए भी किया जा सकता है। शोधों से पता चलता है कि यह संक्रमित की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। Read More
दिल्ली के मुंख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को भारत के पहले प्लाज्मा बैंक का उद्घाटन किया था और अब प्लाज्मा दान करने को लेकर दिशानिर्देश जारी किया गया है। ...
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए ‘प्लाज्मा बैंक’ स्थापित करने की घोषणा की है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना वायरस के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी के उत्साहजनक नतीजे रहे हैं। ...
प्लाज्मा थेरेपी के तहत कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हुए एक व्यक्ति के खून से एंटीबॉडी लिये जाते है और उन एंटीबॉडी को कोरोना वायरस से ग्रस्त मरीज में चढ़ाया जाता है ताकि संक्रमण से मुकाबला करने में उसकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सके। ...