खुशखबरी: इंदौर में प्लाज्मा थेरेपी से गुजरे चार मरीजों ने दी कोरोना वायरस को मात

By भाषा | Published: May 7, 2020 01:56 PM2020-05-07T13:56:41+5:302020-05-07T13:56:41+5:30

प्लाज्मा थेरेपी के तहत कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हुए एक व्यक्ति के खून से एंटीबॉडी लिये जाते है और उन एंटीबॉडी को कोरोना वायरस से ग्रस्त मरीज में चढ़ाया जाता है ताकि संक्रमण से मुकाबला करने में उसकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सके।

four patients undergoing plasma therapy in Indore beat corona virus | खुशखबरी: इंदौर में प्लाज्मा थेरेपी से गुजरे चार मरीजों ने दी कोरोना वायरस को मात

कोविड-19 से निपटने के लिए कई राज्य प्लाज्मा थेरेपी अपना रहे हैं (लोकमत फाइल फोटो)

Highlightsइंदौर, देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल है, 595 मरीजों को इलाज के बाद संक्रमणमुक्त होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।  जिले में अब तक इस महामारी के 1,699 मरीज मिल चुके हैं जिनमें से 83 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।

कोविड-19 के मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी के परिणामों को लेकर दुनिया भर के मेडिकल समुदाय में जारी बहस के बीच इंदौर के एक निजी अस्पताल ने दावा किया है कि इस थेरेपी से गुजरी 26 वर्षीय महिला समेत चार मरीज कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण से मुक्त हो गये हैं।

श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) के छाती रोग विभाग के प्रमुख डॉ. रवि डोसी ने गुरुवार को बताया, "हमने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के तय प्रोटोकॉल के मुताबिक 26 वर्षीय महिला, 23 वर्षीय पुरुष, 40 वर्षीय पुरुष और 55 वर्षीय पुरुष पर प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग 26 अप्रैल से शुरू किया था। अब ये चारों मरीज कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त हो गये हैं।"

उन्होंने बताया कि प्लाज्मा थेरेपी के चिकित्सकीय प्रयोग से पहले चारों मरीजों से इसकी सहमति ली गयी थी। प्रयोग के तहत इन मरीजों को तय दवा देने के साथ ही प्लाज्मा भी चढ़ाया गया था। यह प्लाज्मा उन दानदाताओं का था जो कोविड-19 के संक्रमण से पहले ही मुक्त हो चुके हैं।

डोसी ने बताया कि तय प्रोटोकॉल के तहत दवा और प्लाज्मा चढ़ाये जाने के बाद चारों मरीजों की कोविड-19 की जांच रिपोर्ट लगातार दो बार निगेटिव आयी है। इसके साथ ही, उनके फेफड़ों के सीटी स्कैन की रिपोर्ट से भी तस्दीक होती है कि वे महामारी के संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।

बहरहाल, उन्होंने कहा, "हम कोविड-19 के मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी के असर को लेकर अभी किसी नतीजे की घोषणा नहीं कर रहे हैं। हम इस प्रयोग को कुछ और मरीजों पर आजमाना चाहते हैं। हम प्रयोग के परिणामों को लेकर आईसीएमआर के साथ विस्तृत ब्योरा साझा करेंगे।" डोसी ने यह भी बताया कि उनके अस्पताल में इलाज के बाद कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त हुए 30 से ज्यादा लोगों ने प्लाज्मा दानदाता बनने की इच्छा जतायी है।

 

Web Title: four patients undergoing plasma therapy in Indore beat corona virus

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