परमबीर सिंह 1988 बैच के आईपीएस अफसर हैं। वे मुंबई पुलिस के कमिश्नर रहे हैं। उन्हें 18 मार्च, 2021 को मुकेश अंबानी के घर के पास गाड़ी में मिले विस्फोटक मामले में आलोचना के बाद यहां से ट्रांसफर कर दिया गया था। बाद में उन्होंने उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए जिस पर विवाद मच गया। Read More
परमबीर सिंह ने सीबीआई को दिए बयान में कहा है कि सचिन वाजे की बहाली के लिए उन पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित आदित्य ठाकरे और अनिल देशमुख की ओर से भी दबाव बनाया गया था। ...
गवाह ने अदालत को बताया कि एटीएस के तत्कालीन वरिष्ठ अधिकारी परमबीर सिंह और एक अन्य अधिकारी ने उसे उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और इंद्रेश कुमार सहित आरएसएस के चार नेताओं का नाम लेने को कहा था। ...
बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस एस जे कथावाला और जस्टिस मिलिंद जाधव की बेंच ने तल्ख अंदाज में कहा कि इस तरह की बयानबाजी कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक को शोभा नहीं देती। ...
परमबीर सिंह के वकील ने कोर्ट को बताया है कि वे 48 घंटे के अंदर सीबीआई के समक्ष पेश होने को तैयार हैं। दरअसल शीर्ष अदालत परमबीर की याचिका पर सुनवाई के लिए सहमत है। ...
सरकारी वकील ने बताया कि यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है क्योंकि गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह का कोई अता-पता नहीं है और इस कदम से जांच एजेंसी को उन्हें ढूंढने में मदद मिलेगी। ...
महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्रीअनिल देशमुख दोपहर करीब 12 बजे ईडी दफ्तर पहुंचे थे और करीब 12 बजे तक उनसे पूछताछ की गई. इसके बाद करीब 1.30 71 वर्षीय देशमुख को मनी लॉन्ड्रिंग निवारक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया. ...