'उद्धव, आदित्य ठाकरे ने सचिव वाजे को बहाल करने के लिए मुझ पर बनाया था दबाव', CBI को दिए बयान में परमबीर सिंह का आरोप
By विनीत कुमार | Published: June 21, 2022 08:04 AM2022-06-21T08:04:40+5:302022-06-21T08:09:20+5:30
परमबीर सिंह ने सीबीआई को दिए बयान में कहा है कि सचिन वाजे की बहाली के लिए उन पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित आदित्य ठाकरे और अनिल देशमुख की ओर से भी दबाव बनाया गया था।
मुंबई: मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य जो राज्य में कैबिनेट मंत्री भी हैं, उन्होंने उन पर निलंबित पुलिसकर्मी सचिन वाजे को बहाल करने के लिए 'दबाव' बनाया। परमबीर सिंह के ये आरोप राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई द्वारा दायर 'भ्रष्टाचार' पर आरोपपत्र का हिस्सा हैं।
वाजे को बाद में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने एंटीलिया केस का कथित मास्टरमाइंड होने के आरोप में गिरफ्तार किया था और बाद में उसे बर्खास्त कर दिया गया था। सीबीआई ने इस महीने की शुरुआत में देशमुख और उनके दो कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। सिंह का बयान सोमवार को बचाव पक्ष के वकीलों को सौंपे गए आरोपपत्र का हिस्सा है।
सीबीआई ने सिंह से पूछताछ करते हुए उनसे उन परिस्थितियों के बारे में पूछा था जिनके तहत जून 2020 में उनकी अध्यक्षता वाली निलंबन समीक्षा समिति ने वाजे को पुलिस बल में बहाल किया था।
परमबीर सिंह ने सीबीआई को दिए बयान में क्या कहा?
परमबीर सिंह ने अपने बयान में कहा है, 'गृह मंत्री (देशमुख) ने मास्क के जब्त किए जाने संबंधी मामले के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद वाजे की प्रशंसा की थी और मुझसे कहा कि सचिन वाजे को बहाल किया जाना चाहिए। यह 22-23 मार्च, 2020 के आसपास का दिन था। कुछ दिनों बाद आदित्य ठाकरे के पीए सूरज चौहान मुझसे मिलने आए और उन्होंने मुझ पर सचिन वाजे को बहाल करने के लिए दबाव डाला। उन्होंने ये कहा कि आदित्य ठाकरे ऐसा चाहते हैं।'
परमबीर सिंह ने दावा किया कि उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की और सीएम ने भी उन्हें वाजे को बहाल करने के लिए कहा।
परमबीर सिंह ने कहा, 'उन्होंने (चौहान) मुझे आदित्य ठाकरे को फोन करने के लिए भी कहा और मैंने उन्हें व्हाट्सएप पर फोन किया। आदित्य ठाकरे ने मुझे इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात करने के लिए कहा। मैंने उद्धव ठाकरे के पीएसओ राजपूत के फोन पर फिर से व्हाट्सएप पर फोन किया। पीएसओ ने सीएम को फोन दिया और उन्होंने (ठाकरे) भी मुझसे सचिन वाजे को बहाल करने के लिए भी कहा।'
परमबीर सिंह ने दावा किया कि अप्रैल 2020 के पहले सप्ताह में फिर से तत्कालीन गृह मंत्री देशमुख ने उन्हें वाजे को बहाल करने के लिए फोन किया। इस कॉल के बाद वाजे ने अपनी बहाली के लिए एक आवेदन के साथ 7 अप्रैल को सिंह से उनके कार्यालय में संपर्क किया।
पूर्व पुलिस प्रमुख ने कहा, 'मुझ पर दबाव के चलते और मुख्यमंत्री, आदित्य ठाकरे और गृह मंत्री द्वारा आदेश के बाद मैंने उक्त आवेदन पर 'सबसे जरूरी' (most urgent) लिखा था।'
सिंह ने आगे कहा कि निलंबन तुरंत रद्द नहीं किया गया था क्योंकि समीक्षा समिति आमतौर पर हर तिमाही में केवल एक बार मिलती है।
परमबीर सिंह के अनुसार, 'इस अवधि में भी कुछ मौकों पर मैं गृह मंत्री और सीएम से मिला और ऐसी बैठकों के दौरान भी उन्होंने मुझसे कभी-कभार वाजे की बहाली के बारे में पूछा। जैसा कि मुझे याद है मुख्यमंत्री ने एक अवसर पर एक बैठक में इसका उल्लेख किया था। अनिल देशमुख एचएम ने मुझे एक से अधिक बार इस बारे में बात की थी।'
'अनिल देशमुख के बारे में दी थी जानकारी'
परमबीर सिंह ने बयान में कहा है कि उन्होंने तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख द्वारा किये गए कथित गलत कृत्यों की जानकारी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और अन्य मंत्रियों को दी थी। सिंह ने सीबीआई को दिए बयान में यह आरोप लगाया। सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने देशमुख के ‘गलत कृत्यों’ के बारे में मार्च 2021 में एनसीपी प्रमुख शरद पवार को भी बताया था।