जस्टिस एन वेंकट रमण का जन्म आंध्र प्रदेश में कृष्णा जिले के पुन्नावरम गांव में 27 अगस्त 1957 में हुआ था। वे भारत के 48वें चीफ जस्टिस हैं। साल 1983 में उन्होंने वकालत के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की। एन वेंकट रमण दिल्ली हाई कोर्ट के भी मुख्य न्यायाधिश रह चुके हैं। Read More
न्याय-व्यवस्था का भारतीयकरण करना है तो सबसे पहले उसे अंग्रेजी के शिकंजे से मुक्त करना होगा. कानून संसद में मूल रूप से हिंदी में बनने लगें तो सभी भारतीय भाषाओं में उसका अनुवाद भी काफी सरल हो जाएगा ...
सुबह 9 बजे सुबह हुए अतिक्रमण रोधी अभियान के बाद सुप्रीम कोर्ट ने यथा स्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। हालांकि, इसके बाद भी काफी देर तक अभियान जारी रहा और कई दुकानों ध्वस्त करने के साथ ही बुलडोजर मस्जिद के गेट तक पहुंच गया था। ...
चीफ जस्टिस एनवी रमना ने कोर्ट में जजों की नियुक्ति में हो रही देरी पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जजों के खाली पड़े पदों को जल्द भरे जाने की जरूरत है, ताकि न्यायपालिका पर लोगों का भरोसा बना रहे। ...
सीजेआई एनवी रमना ने दो विशेष अवकाश याचिकाओं, उचित शर्मा बनाम छत्तीसगढ़ राज्य और छत्तीसगढ़ राज्य बनाम अमन कुमार सिंह पर सुनवाई करते हुए यह टिप्पणी की। ...
सीजेआई एनवी रमना ने कहा कि अक्सर पुलिस अधिकारी हमारे पास शिकायत लेकर आते हैं कि शासन में बदलाव के बाद उन्हें परेशान किया जा रहा है। जब आप अपने आप को सत्ता से जोड़ने करने की कोशिश करते हैं तो आपको परिणाम भुगतने होंगे। ...
सीजेआई ने दुबई में ग्लोबलाइजेशन के युग में मध्यस्थता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के चौथे संस्करण में अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि सही अर्थों में ग्लोबलाइजेशन को हासिल करने की पूर्व निर्धारित शर्त है कि कानून के शासन के लिए सार्वभौमिक सम्मान सुनिश्चित क ...
सुबोध कुमार जायसवाल को जल्द ही एक और शीर्ष पद से नवाजा जा सकता है. पीएमओ सूत्रों की मानें तो जायसवाल को भारत की प्रमुख जासूसी एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) में भेजा जा सकता है. ...
सीजेआई एनवी रमना ने कहा कि सोशल मीडिया पर मैंने कुछ वीडियो देखे जिसमें कहा जा रहा था कि सीजेआई क्या कर रहे हैं! क्या मैं रूस के राष्ट्रपति को युद्ध रोकने का निर्देश दे सकता हूं। ...