नवरात्रि यानी 'नौ-रात'। हिन्दू धर्म में ये त्योहार वर्ष में चार बार आता है-चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ। चैत्र में चैत्र नवरात्रि और अश्विन में इस पर्व को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इन दो नवरात्रि से ठीक पहले गुप्त नवरात्रि आते हैं, जिन्हें गुप्त एवं तांत्रिक साधनाओं के लिए जाना जाता है। लेकिन हिन्दू परिवारों में चैत्र और शारदीय नवरात्रि का महत्व है और इसे ही विशेष रूप से मनाया जाता है। Read More
पूरे देश में नवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। शारदीय नवरात्रि में भक्त नौ दिनों का व्रत रहते हैं। आज नवरात्रि की सप्तमी तिथि है और इस दिन मां भवानी के सातवें रूप मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। ...
नवरात्र पर्व के आते ही पूरा देश देवी भक्ति में लीन है। माता के भक्त सच्ची श्रद्धा से मां की पूजा व उनका आशीर्वाद पाने के लिए व्रत कर रहे हैं। नवरात्रों में हर दिन देवी के अलग-अलग अवतार की पूजा होती है। ...
आज 23 अक्टूबर शुक्रवार को आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। सप्तमी की तिथि में मां कालरात्रि की पूजा का विधान है। नवरात्रि में सप्तमी की तिथि को विशेष महत्व माना गया है। ...
शारदीय नवरात्र पर्व की शुरुआत शनिवार 17 अक्टूबर से सर्वार्थसिद्धि योग में हुई और नवरात्र 25 अक्टूबर तक रहेंगे। शारदीय नवरात्रि की धूम पूरे देश में है। ...
शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा स्वर्ग लोक से इस लोक पधारती हैं। नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि में सच्चे मन से मां की पूजा करने वाले भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। ...
आज नवरात्रि के छठे दिन माता कात्यायनी की पूजा की जाती है। देवी कात्यायनी युद्ध की देवी, महिषासुर मर्दनी और पार्वती का स्वरुप हैं। माता कात्यायनी का रूप करुणामयी बताया गया है। ...
मां कात्यायनी दुर्गा जी का छठा अवतार हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि देवी ने कात्यायन ऋषि के घर उनकी पुत्री के रूप में जन्म लिया। यही कारण है कि इनका नाम कात्यायनी पड़ा। ...