मान्यता है कि सावन में शिव मंदिर जाने से भोलेनाथ का आशीर्वाद शीघ्र मिलता है। तो आज हम आपको दो प्राचीन एवं प्रसिद्ध शिव मंदिरों के बारे में बता रहे हैं ...
केदारनाथ मंदिर के आसपास कई ऐसी गुफाएं हैं जहां साधु संत साधना के लिए आते हैं। मान्यता है कि इन गुफाओं में खास तरंगें होती हैं जिससे साधक अपनी तपस्या में सफल हो जाता है। ...
पौराणिक कथा के अनुसार कृष्ण रूप में अवतरित होने से ठीक पहले भगवान विष्णु स्वयं अलकनंद के तट पर श्रद्धालुओं को दर्शन देते थे। किन्तु कृष्ण अवतार लेने से पहले उन्होंने खुद को मूर्ति रूप में यहां परिवर्तित कर लिया। ...
जब से इस मंदिर की स्थापना हु्ई है तब से ही मन्दिर के अन्दर अखण्ड दीप प्रज्वलित है। निरन्तर रूप से मन्दिर में बालाजी का कथा-पाठ, जप तथा कीर्तन चलता रहता है। दर्शन करने वाले भक्त भी सुन्दरकाण्ड पाठ एवं हनुमान चालीसा पढ़ कर बालाजी को मानाने हैं। ...
काशी के विश्वनाथ मंदिर में बाबा विश्वनाथ गुरु और राजा के रुप में विराजमान हैं। मंदिर में रात के समय बाबा विश्वनाथ की श्रृंगार आरती की जाती है, जिसमें वो एक राज वेश में नजर आते है। इसलिये भगवान शिव को राज राजेश्वर भी कहा जाता हैं। ...
जगन्नाथ मंदिर की कृष्ण मूर्ति को हर 12 साल बाद दोबारा से बनाया जाता है। इस मूर्ति को बनाने के लिए खास लकड़ी और विशेष कारीगरों को उपयोग में लाया जाता है। ...
काल भैरव का सबसे बड़ा मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में है जिसका नाम श्री काल भैरव है। इस मंदिर में भैरव को प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाई जाती है। सवाल यह है कि इतनी शराब कहां जाती है? ...
Janmashtami 2018 Special Nepal's Krishna Temple Reopens After 3 Years: नेपाल में 25 अप्रैल 2015 को 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें 8,700 लोग मारे गये थे और घरों एवं घाटी में फैले सांस्कृतिक विरासत स्थलों को काफी नुकसान पहुंचा था। ...