Sawan 2019: सावन में करें इन 2 प्रसिद्ध शिव मंदिरों के दर्शन, जानें पहुंचने का साधन, किराया
By गुलनीत कौर | Published: July 23, 2019 12:48 PM2019-07-23T12:48:33+5:302019-07-23T12:48:33+5:30
मान्यता है कि सावन में शिव मंदिर जाने से भोलेनाथ का आशीर्वाद शीघ्र मिलता है। तो आज हम आपको दो प्राचीन एवं प्रसिद्ध शिव मंदिरों के बारे में बता रहे हैं
हिन्दुओं का प्रसिद्ध धार्मिक महीना सावन चल रहा है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। शास्त्रों के अनुसार सावन के महीने में शिव अराधना और उनके नाम का व्रत करने से शिव कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा इसी महीने में श्रद्धालू बड़ी संख्या में शिव मंदिरों के भी दर्शन करते हैं
ऐसी मान्यता है कि सावन में शिव मंदिर जाने से भोलेनाथ का आशीर्वाद शीघ्र मिलता है। तो आज हम आपको दो प्राचीन एवं प्रसिद्ध शिव मंदिरों के बारे में बता रहे हैं जिनके दर्शन आप सावन के महीने में कर सकते हैं। आगे जानें इन अम्न्दिरों का महत्व, यहां क्यूं जाएं, कैसे जाएं और जाने में कितना खर्च आएगा।
1) काशी विश्वनाथ मंदिर, बनारस (वाराणसी)
क्रम में पहला है शिव की नगरी कहलाने वालेबनारस शहर का काशी विश्वनाथ मंदिर। यदि आप शिव के सच्चे भक्त हैं तो अपने जीवनकाल में एक बार काशी विश्वनाथ मंदिर जरूर जाएं। यहां शिव की महीमा देखकर आपका मन अवश्य ही प्रसन्न हो जाएगा। मंदिर के ठीक सामने पवित्र गंगा नदी बहती है। गंगा नदी में डुबकी लगाकर पापमुक्त हो जाएं। संध्या काल में बनारस की आरती देखना भी मन मोह लेने वाला दृश्य होता है।
कैसे जाएं:
सड़क मार्ग: देश के सभी बड़े शहरों जैसे कि लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज (इलाहाबाद), दिल्ली, आदि से बनारस के लिए बसें आती हैं। इनका किराया भी बजट में होता है
रेल: देश की सभी मेट्रो सिटी और कई छोटे शहरों से बनारस के लिए सीधी ट्रेन आती है। श्रद्धालुओं की सुख सुविधा के लिए इंडियन रेलवे द्वारा बनारस की स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जाती हैं। इसकी सारी जानकारी रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट से बटोरें
हवाई यात्रा: यदि बजट थोड़ा अधिक हो तो बनारस जाने के लिए हवाई यात्रा कर सकते हैं। बनारस में बाबतपुर हवाई अड्डा है जहां दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता सभी बड़े शहरों से फ्लाइट आती है
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2) महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन
उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव की 'भस्म आरती' के लिए प्रसिद्ध है। शिव और भस्म का गहरा रिश्ता है और शिव के भक्त इस रिश्ते की गहराई को बाखूबी समझते भी हैं। सावन के महीने में उज्जैन का तापमान भी सही रहता है। ना अधिक वर्षा और ना ही अधिक गर्मी होती है। अच्छे मौसम में मंदिर दर्शन के अलावा उज्जैन के ऐतिहासिक स्मारक देखने के लिए भी वक्त निकाल सकते हैं।
कैसे जाएं:
सड़क मार्ग: अगर आप मध्यप्रदेश से ही यात्रा कर रहे हैं तो नेशनल हाईवे 48 और 52 इस मंदिर तक पहुँचने के लिए उत्तम है
रेल यात्रा: दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता आदि सभी बड़े शहरों से इज्जैं के लिए सीधी ट्रेन आसानी से मिल जाती है। अधिक जानकारी के लिए इंडियन रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
हवाई यात्रा: उज्जैन के पास खुद का एयरपोर्ट नहीं है, मगर नजदीकी एयरपोर्ट इंदौर में है। यहां से उज्जैन मात्र 58 किलोमीटर की दूर पर है। एयरपोर्ट से सीधा मंदिर जाने के लिए प्राइवेट टैक्सी आसानी से मिल जाती है