कोविड से जूझ रही दुनिया में एक दुर्लभ संक्रमण के उभरने से वैज्ञानिक चिंतित हैं, जिसका नाम मंकीपॉक्स है। मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। यह पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था। मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था। यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में होता है और कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में पहुंच जाता है। Read More
विभाग की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। डॉक्टरों का कहना है कि महिला में मंकीपॉक्स के सभी लक्षण मिले हैं। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। ...
Genes2Me के सीईओ और संस्थापक नीरज गुप्ता का कहना है कि समय के मूल्य को समझते हुए हमने मंकीपॉक्स के लिए यह आरटी पीसीआर लॉन्च किया है जो उच्चतम सटीकता के साथ 50 मिनट से भी कम समय में परिणाम देगा। ...
केरल में मंकीपॉक्स के तीन मरीज मिले हैं। ऐसे में देश में अबतक पांच मामले सामने आ चुके हैं। धीरे-धीरे देशभर में पैर पसार रहे मंकीपॉक्स को लेकर महाराष्ट्र ने भी सोमवार अलर्ट जारी कर दिया। ...
कोरोना वायरस के बाद अब मंकीपॉक्स की चर्चा पूरी दुनिया में है। 70 से ज्यादा देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं। यह बीमारी कितनी खतरनाक है, इसके लक्षण क्या हैं, ये कैसे फैलता है...आईए इन सभी सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं। ...
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने रविवार को ट्वीट किया, "मंकीपॉक्स का पहला मामला दिल्ली में सामने आया था। मरीज स्थिर है और ठीक हो रहा है। घबराने की जरूरत नहीं है। स्थिति नियंत्रण में है। ...
Monkeypox: भारत में मंकीपॉक्स का चौथा केस सामने आया है। ये केस देश की राजधानी दिल्ली में मिला है। देश में पहली बार केरल से बाहर मंकीपॉक्स का कोई मरीज मिला है। ...
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन ने अपने पब्लिश रिसर्च पेपर में बताया कि संक्रामक बीमारी मंकीपॉक्स के 95 फीसदी मामले सेक्सुअल एक्टिविटी के कारण पनपे। ...