Monkeypox: दिल्ली-केरल के बाद बिहार में मंकीपॉक्स का संदिग्ध मामला, पटना सिटी की महिला में मिले लक्षण
By एस पी सिन्हा | Published: July 26, 2022 05:45 PM2022-07-26T17:45:42+5:302022-07-26T17:49:56+5:30
विभाग की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। डॉक्टरों का कहना है कि महिला में मंकीपॉक्स के सभी लक्षण मिले हैं। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है।
वदेश में दिल्ली व केरल में मंकीपॉक्स के मरीजों के मिलने के बाद बिहार में भी एक संदिग्ध मरीज के मिलने से हड़कंप मच गया है। महिला पटना सिटी के गुरहट्टा इलाके की रहने वाली है। जिसमें मंकीपॉक्स के सभी लक्षण मिले हैं। हालांकि विभाग इसे संदिग्ध मान रहा है।
पीएमसीएच की टीम सैम्पल इक्टठा करने के लिए गुरहट्टा स्थित महिला के आवास पर पहुंचकर सैम्पल लिया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। विभाग की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। डॉक्टरों का कहना है कि महिला में मंकीपॉक्स के सभी लक्षण मिले हैं।
इसके पहले मंकीपॉक्स को लेकर बिहार में भी अलर्ट है। केंद्र सरकार से मिली गाइडलाइन को सभी चिकित्सा प्रभारियों को भेजा जा चुका है। गाइडलाइन के मुताबिक सभी चिकित्सक, आशा और एएनएम को मंकीपॉक्स के लक्षणों के बारे में ठीक से बताने का निर्देश दिया गया है।
एनएम या आशा को किसी मरीज में यह लक्षण मिले तो वो तुरंत इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें। मंकीपॉक्स के बारे में बताया जाता है कि यह एक संक्रमण है जो मवेशियों से मनुष्य में फैलता है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है।
त्वचा, आंख, नाक या मुंह के माध्यम से यह वायरस मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है। बीमारी को लेकर सावधानी बेदह जरूरी है। कोरोना संक्रमण की तरह ही मंकीपॉक्स के खतरे को लेकर सबसे अधिक पटना में ही सतर्कता की जरुरत है। बाहरी राज्यों व दूसरे देश से आने वाले यात्रियों को लेकर विशेष रूप से सचेत रहने की जरुरत है।
स्टेट सर्विलांस ऑफिसर डॉ रणजीत कुमार ने बताया कि जिलों को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि विदेश से पिछले 21 दिनों में यात्रा कर लौटनेवाले व्यक्तियों पर नजर रखी जाए।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि बिहार में स्वास्थ्य विभाग ने इस संक्रमण को लेकर गाइडलाइन जारी की है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से मंकीपॉक्स के लिए अलर्ट जारी किया गया है और सचेत किया गया है।
पांडेय ने कहा कि बिहार सरकार और स्वास्थ्य विभाग पहले से ही जानकारियों को इकट्ठा कर रहा है। आज हमने उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होंने कहा कि हमने बताया कि कैसे मंकीपॉक्स के संदर्भ में सावधानी बरतनी है? स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मंकीपॉक्स का टेस्ट तीन तरीके से होगा- स्वैप टेस्ट, ब्लड टेस्ट और यूरिन टेस्ट।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा सभी सिविल सर्जनों के साथ वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से मंकीपॉक्स को लेकर निर्देश दिया गया है।