मंकीपॉक्स ने दिल्ली में दी दस्तक, भारत में मिला चौथा मामला, मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं
By विनीत कुमार | Published: July 24, 2022 11:59 AM2022-07-24T11:59:08+5:302022-07-24T12:17:54+5:30
Monkeypox: भारत में मंकीपॉक्स का चौथा केस सामने आया है। ये केस देश की राजधानी दिल्ली में मिला है। देश में पहली बार केरल से बाहर मंकीपॉक्स का कोई मरीज मिला है।
नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बाद मंकीपॉक्स के बढ़ते खतरे के बीच देश की राजधानी दिल्ली में इस बीमारी का पहला मामला सामने आया है। लोकनायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ सुरेश कुमार ने रविवार को बताया कि 31 साल का शख्स मंकीपॉक्स से संक्रमित मिला है और इसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं है। भारत में मंकीपॉक्स का ये चौथा मामला है। वहीं बिना किसी यात्रा के इतिहास के किसी के संक्रमित होने का भारत में यह पहला मामला है।
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती है मरीज
दिल्ली में मिले मंकीपॉक्स के पहले मरीज को मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मरीज को बुखार और त्वचा के घावों की शिकायत के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वैसे, मरीज की हालत अभी स्थिर है। इससे पहले भारत में मंकीपॉक्स के मामले उन लोगों में सामने आए थे जो मध्य पूर्व से स्वदेश लौटे थे। तीनों केस केरल में सामने आए थे।
देश में मंकीपॉक्स का पहला केस यूएई से एक शख्स के केरल लौटने के बाद 14 जुलाई को सामने आया था। मरीज को तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। भारत में इसके बाद 18 जुलाई को केरल के कन्नूर जिले में मंकीपॉक्स का दूसरा मामला मिला जबकि 22 जुलाई को केरल के मलप्पुरम जिले में मंकीपॉक्स का तीसरा मामला दर्ज किया गया।
WHO कर चुका है पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शनिवार को ही 70 से अधिक देशों में बढ़ते मंकीपॉक्स के प्रकोप को देखते हुए वायरस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था।
WHO ने कहा कि 70 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स का प्रसार होना एक ‘असाधारण’ हालात है जो अब वैश्विक आपात स्थिति है। WHO के महानिदेशक टेड्रोस ए. घेब्रेयसस ने वैश्विक स्वास्थ्य संगठन की ‘इमरजेंसी कमेटी’ के सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बन पाने के बावजूद यह घोषणा की। यह पहला मौका है जब डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने इस तरह की कार्रवाई की है।
मंकीपॉक्स मध्य और पश्चिम अफ्रीका के कई हिस्सों में दशकों से मौजूद है लेकिन अफ्रीका महाद्वीप के बाहर इतने बड़े पैमाने पर इस प्रकोप पहले कभी नहीं रहा था और मई तक लोगों के बीच ना ही इसका व्यापक प्रसार हुआ था। इससे पहले, WHO ने कोविड-19, इबोला, जीका वायरस के लिए भी आपात स्थिति की घोषणा की थी।