कोविड से जूझ रही दुनिया में एक दुर्लभ संक्रमण के उभरने से वैज्ञानिक चिंतित हैं, जिसका नाम मंकीपॉक्स है। मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। यह पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था। मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था। यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में होता है और कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में पहुंच जाता है। Read More
Monkeypox: केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मंगलवार को कहा कि व्यक्ति 27 जुलाई को कालीकट हवाई अड्डे पर विमान से उतरा था और मलप्पुरम जिले में एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। ...
राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान मंकीपॉक्स से जुड़े पूरक सवालों का जवाब देते हुए मांडविया ने यह भी कहा कि इससे घबराने या डरने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह कोविड-19 बीमारी की तरह तेजी से नहीं फैलती है। ...
इस ताजा केस के सामने आने के बाद केरल में इस वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर पांच हो गई है। जबकि पूरे देश में इसके अब तक 8 मामले सामने आ चुके हैं। ...
monkeypox: अध्ययन में शामिल 71 रोगियों ने मलाशय में दर्द, 33 ने गले में खराश और 31 ने लिंग में सूजन की सूचना दी, जबकि 27 के मुंह में घाव थे, 22 को शरीर के विभिन्न हिस्सों पर एकल घाव तथा नौ रोगियों के टॉन्सिल में सूजन थी। ...
हाल में मंकीपॉक्स के LGBTQ समुदाय में सामने आए मामलों को लेकर खौफ की पैदा हो गई थी, ऐसा इसलिए क्योंकि पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में मंकीपॉक्स के कुछ मामले दर्ज किए गए थे. ...