कोविड से जूझ रही दुनिया में एक दुर्लभ संक्रमण के उभरने से वैज्ञानिक चिंतित हैं, जिसका नाम मंकीपॉक्स है। मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। यह पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था। मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था। यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में होता है और कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में पहुंच जाता है। Read More
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में मंकीपॉक्स के अब तक कुल दस मामले सामने आ चुके हैं। इसलिए ICMR भारत में मंकीपॉक्स से प्रभावित लोगों के करीबी संपर्कों के बीच एक सीरो-सर्वेक्षण करने के बारे में सोच रहे हैं। ...
आपको बता दें कि मंकीपॉक्स कई जानवरों के जरिए फैल सकता है, जिनमें बंदर व लंगूर, गिलहरी, चूहे और चुहिया शामिल हैं। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वायरस उन देशों में जगह नहीं बना सकता, जहां ये जानवर नहीं पाए जाते। ...
दिल्ली स्थित लोक नायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार महिला के जूनोटिक वायरस मंकीपॉक्स से संक्रमित होने की पुष्टि की है। ...
चीन में जूनोटिक लैंग्या वायरस (Zoonotic Langya) से संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इस वायरस से संक्रमित 35 लोग चीन में मिले हैं। यह वायरस जानवरों से इंसानों में फैलता है। ...
monkeypox: आईसीएमआर के तहत एनआईवी द्वारा किए गए अध्ययन में कहा गया है, ‘‘मामलों 1 और 2 के त्वचा के घावों से प्राप्त पूर्ण जीनोम अनुक्रमण ने एमपीएक्सवी_यूएस_2022_एफएल001 पश्चिम अफ्रीकी क्लैड के साथ क्रमशः 99.91 और 99.96 प्रतिशत की समानता दिखाई। ...
देश में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के बीच बुधवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक लिस्ट जारी कर बताया है कि इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं। ...