Monkeypox: जानिए मंकीपॉक्स से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की लिस्ट
By मनाली रस्तोगी | Published: August 3, 2022 01:54 PM2022-08-03T13:54:24+5:302022-08-03T13:56:05+5:30
देश में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के बीच बुधवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक लिस्ट जारी कर बताया है कि इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
नई दिल्ली: स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को मंकीपॉक्स से खुद को बचाने के लिए क्या करें और क्या न करें की एक सूची जारी की। यह सूची केरल द्वारा अपना 5वां मामला दर्ज करने के एक दिन बाद आई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि अगर किसी ने किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय तक या बार-बार संपर्क किया है तो कोई भी व्यक्ति वायरस को पकड़ सकता है।
देखिए क्या करें और क्या न करें की सूची
क्या करें:
-संक्रमित मरीजों को दूसरों से अलग करें।
-अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं या हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
-जब संक्रमित व्यक्ति के पास जाएं तो मास्क और डिस्पोजेबल दस्ताने जरूर पहनें।
-पर्यावरण स्वच्छता के लिए कीटाणुनाशक का प्रयोग करें।
क्या न करें:
-जिन लोगों को मंकीपॉक्स हुआ है, उनके साथ लिनन, बिस्तर या तौलिये साझा न करें।
-संक्रमित व्यक्तियों के गंदे लिनन या लॉन्ड्री को गैर-संक्रमित व्यक्तियों के कपड़ों के साथ न धोएं।
-यदि आपमें मंकीपॉक्स के लक्षण नजर आ रहे हैं तो सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल न हों।
-गलत सूचना के आधार पर लोगों के समूह को कलंकित न करें।
इस बीच मंगलवार को अफ्रीकी मूल के एक 35 वर्षीय व्यक्ति ने हाल ही में विदेश यात्रा से लौटने के बाद मंकीपॉक्स के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है, जिससे यह देश का आठवां और शहर का तीसरा मामला बन गया है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को सोमवार को दिल्ली सरकार द्वारा संचालित एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने कहा कि उसकी हालत स्थिर है।
Ministry of Health lists do's and don'ts to avoid contracting #Monkeypoxpic.twitter.com/G0dbsowWuG
— ANI (@ANI) August 3, 2022
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने मंगलवार को कहा कि बेल्जियम के एक नागरिक में संक्रमण के लक्षण दिखने के बाद उसे मंकीपॉक्स का पता चला था। उन्होंने कहा, "कर्नाटक में अब तक मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है। तीन संदिग्ध थे, जिनमें से दो बेंगलुरु में निगेटिव निकले हैं। तीसरा संदिग्ध, बेल्जियम का नागरिक, उत्तर कन्नड़ जिले में पाया गया, जिसका परीक्षण किया गया और उसकी रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।"
वैश्विक स्तर पर कई देशों से मंकीपॉक्स के हजारों मामले सामने आए हैं और कई मामलों में इस वायरल जूनोटिक बीमारी के कारण मौत भी हुई है। केंद्र द्वारा जारी 'मंकीपॉक्स रोग के प्रबंधन पर दिशानिर्देश' में कहा गया है कि मानव-से-मानव संचरण मुख्य रूप से बड़ी श्वसन बूंदों के माध्यम से होता है, जिन्हें आमतौर पर लंबे समय तक निकट संपर्क की आवश्यकता होती है।